झांसी (मनीष साहू)। झांसी स्वास्थ्य विभाग की बहुत बड़ी लापरवाही सामने आई है जिसमें झाँसी के डॉक्टरों द्वारा कोरोना पॉजिटिव मरीज़ों की छुट्टी कर घर भेज दिया गया। जानकारी करने पर पता चला है कि 7 जुलाई 2020 को कोरोना पॉजिटिव मरीज़ों की लिस्ट जारी हुई थी जिसमें बबीना के एक ही परिवार के 4 लोगो की रिपोर्ट पॉजिटिव निकली थी जिन्हें 7 जुलाई 2020 को ही झाँसी मेडिकल भेज दिया गया था इलाज हेतु। 7 दिन भर्ती के बाद सभी को डिस्चार्ज सर्टिफिकेट देकर 14 जुलाई 2020 को वापस घर भेज दिया गया यह कहकर की आप सभी स्वस्थ है।
सभी नेगेटिव हुए लोगो की बबीना वासियों ने ताली बजाकर सभी का स्वागत भी किया था। ईश्वर से प्रार्थना भी की जितने भी पॉजिटिव है उन्हें भी जल्द से जल्द स्वस्थ करे।
16 जुलाई 2020 को जारी कोरोना पॉजिटिव मरीज़ों की लिस्ट में उन्ही दो बबीना वालों के नाम 225 व 226 सीरियल नंबर पर आ गए जिन्हें स्वास्थ्य विभाग द्वारा 14 जुलाई 2020 को घर भेजा था छुट्टी करके।
जब स्वास्थ्य विभाग द्वारा नेगेटिव कर घर भेजा तो उनकी रिपोर्ट दोबारा पॉजिटिव कैसी निकली अगर पॉजिटिव ही थी तो उन्हें घर क्यों भेजा। इतनी बड़ी लापरवाही क्यों कि जा रही है स्वास्थ्य विभाग के द्वारा।
इस तरह की लापरवाही की वजह से ही दिन प्रतिदिन मरीज़ों की संख्या में इज़ाफ़ा हो रहा है और दूसरा सबसे बड़ा कारण जाँच रिपोर्ट देरी से आने के कारण हो रहा है क्योंकि पॉजिटिव मरीज़ों से कई लोग संपर्क में होते है अगर जांच रिपोर्ट समय से आ जाये तो बहुत से लोग संक्रमण होने से बच सकते है।
जब बबीना में पहली बार 4 लोग पॉजिटिव निकले थे तो उन लोगो के संपर्क के कारण दो लोग और पॉजिटिव हुए थे। जो 2 लोग पॉजिटिव हुए थे उनके सैंपल 8 जुलाई 2020 को लिए गए थे और उनकी रिपोर्ट 6 दिन बाद 13 जुलाई 2020 को आई थी, इन छः दिनों में यह दो लोग कितने लोगों से मिले होंगे इसकी कोई सीमा नही थी क्योंकि एक बड़ा गल्ला का व्यापारी है जिसके संपर्क में कई सैंकड़ा किसान भाई आये होंगे दूसरा पॉजिटिव एक पत्रकार, पार्षद पुत्र व भाजपा का मंडल पदाधिकारी था जिसके वजह से बबीना के कई व्यापारी, वार्ड व नगर की आमजनता एवं पुलिस कर्मचारी संपर्क में थे और इन्ही पत्रकार के सम्पर्क के वजह से ही कल दिनांक 16 जुलाई 2020 की कोरोना पॉजिटिव मरीज़ों की लिस्ट में बबीना थाने के एक दीवान व एक उपनिरीक्षक दरोगा जी पॉजिटिव हो गए है जिन्हें 17 जुलाई 2020 को झाँसी भेज दिया गया भर्ती करने हेतु इलाज के लिए।

बबीना के पत्रकार मनीष साहू ने सवाल किया कि सोचो एक व्यक्ति के वजह से कितने लोगों को नुकसान उठाना पड़ रहा है यह स्वास्थ्य विभाग बिल्कुल नही समझ रहा है । एक अमीर की रिपोर्ट एक दिन में ही आ जाती है और दूसरी ओर आम जनता की रिपोर्ट 5 से 6 दिन में आई है और उसमें भी गड़बड़ी। प्रदेश के मुख्यमंत्री से निवेदन है कि इस तरह की गड़बड़ी करने वालों को तत्काल हटाया जाए क्योंकि एक लापरवाही से कई जाने जा सकती है।