झांसी। “हिन्दी साहित्य भारती” के केन्द्रीय अध्यक्ष डॉ रवीन्द्र शुक्ल ने संस्था का विश्वव्यापी विस्तार करते हुए “हिन्दी साहित्य भारती” की अंतर्राष्ट्रीय समिति की घोषणा की। इस समिति में विश्व के लगभग 20 देशों से जुड़े विभिन्न साहित्य मनीषीगण एवं साहित्यिक अभिरुचि के समाजसेवियों एवं उद्योगपतियों को भी स्थान दिया गया है।
योगेश्वर श्रीकृष्ण के प्राकट्य दिवस “श्रीकृष्ण जन्माष्टमी” के पावन पुनीत अवसर पर हिन्दी के विश्वभर में उन्नयन, उसे विश्वभाषा बनाने के लक्ष्य में यह प्रयास मील का पत्थर साबित होगा।
समिति का स्वरूप इस प्रकार गठित किया गया है- अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष-डॉ.रवीन्द्र शुक्ल, अंतर्राष्ट्रीय महासचिव डॉ.करुणाशंकर उपाध्याय विभागाध्यक्ष, हिन्दी विभाग मुम्बई विश्वविद्यालय मुम्बई हैं।
विविध देशों के संयोजकों की सूची-
“अमेरिका”- डॉ.नीलू गुप्ता(कैलीफोर्निया) वरिष्ठ कवियत्री  समाजसेवी उद्योगपति। “श्रीलंका”- डॉ. उपुल रंजीथा अध्यक्ष हिन्दी विभाग केलानिया विश्वविद्यालय श्री लंका। “जापान”- डॉ. तोमोको किकुचि हिन्दी और जापानी की प्रख्यात लेखिका फुकुशीमा जापान। “इजरायल”- डॉ.गेनादी श्लोम्पर, प्रसिद्ध साहित्यकार और प्रोफेसर, इजरायल। “कनाडा”- डॉ.रत्नाकर नराले प्रख्यात चिंतक और पुस्तक भारती संस्थान के संस्थापक टोरंटो, कनाडा‌। “पोलैंड”- डॉ.सुधांशु शुक्ल, अध्यक्ष भारतीय सांस्कृतिक और संबंध परिषद पीठ, वारसा, पोलैंड। “नेपाल”- डॉ. श्वेता दीप्ति अध्यक्ष हिन्दी विभाग, त्रिभुवन विश्वविद्यालय, काठमांडू, नेपाल।”मारीशस”- डॉ.हेमराज सुन्दर, सहयोगी प्राध्यापक महात्मा गांधी संस्थान, मोका, मारीशस। “रूस”- डॉ.रामेश्वर सिंह, अध्यक्ष भारत-रूस मैत्री संघ, मास्को। “इंग्लैंड”(यू के)- श्री तेजेंद्र शर्मा, प्रख्यात कहानीकार और संस्थापक ‘कथा यू.के.। “कंबोडिया”- श्री मनीष शर्मा मुख्य कार्यकारी अधिकारी, कंबोडियन क्रिकेट संघ, कंबोडिया। “संयुक्त अरब अमीरात”- श्री पंकज कुमार सिंह दुबई, संयुक्त अरब अमीरात। “यूक्रेन”- श्री राकेश शंकर भारती, साहित्यकार, यूक्रेन। “नार्वे”- डॉ. सुरेशचंद्र शुक्ल ‘शरद आलोक’, ओस्लो। “त्रिनिदाद एण्ड टुबेगो”- श्रीमती कादम्बरी आदेश। “आस्ट्रेलिया”- डा.संजय अग्निहोत्री (सिडनी) वरिष्ठ साहित्यकार शामिल हैं।

“हिन्दी साहित्य भारती” के केंद्रीय अध्यक्ष डॉ रवींद्र शुक्ल तथा रक्षा एवं अंतर्राष्ट्रीय मामलों के विशेषज्ञ, मुम्बई विश्वविद्यालय के हिन्दी विभागाध्यक्ष डा. करुणाशंकर उपाध्याय ने संस्था की अंतर्राष्ट्रीय समिति के सभी देशों के संयोजकों को हार्दिक बधाई देते हुए अपेक्षा की कि वे अपने-अपने देशों की कार्यकारिणी शीघ्र ही गठित करके हिन्दी साहित्य तथा हिन्दी भाषा के उन्नयन एवं हिंदी को विश्वभाषा के पद पर प्रतिष्ठित करने में अपना सक्रिय योगदान देंगे।
इस ‘ऐतिहासिक समिति’ की घोषणा पर “हिन्दी साहित्य भारती” के केंद्रीय महामंत्री डॉ.अनिल शर्मा, केंद्रीय मीडिया संयोजक डॉ. रमा सिंह, संयोजन समिति से रामचरण “रुचिर “, एवं समस्त केंद्रीय कार्यकारिणी एवं प्रादेशिक पदाधिकारीगण ने केंद्रीय अध्यक्ष डॉ. रवींद्र शुक्ल को साधुवाद देते हुए उनके द्वारा किए गए हिन्दी के व्यापक विस्तार एवं उन्नयन में महती भूमिका निभाने के लिए हार्दिक आभार व्यक्त किया तथा अंतर्राष्ट्रीय समिति के सदस्यों को हृदयतल से बधाई और शुभकामनाएं प्रदान कीं तथा संकल्प लिया कि अध्यक्ष जी द्वारा आरंभ किए गए इस महायज्ञ में हम सब आहुति देने हेतु प्रस्तुत हैं। सब ने संस्था के उज्ज्वल मंगलमय भविष्य की कामना की।