प्रयागराज। कोविड -19 की स्थिति को संभालने में अन्य रेलवे द्वारा प्रयोग की जा रही सर्वोत्तम तकनीकों से सीखने के इरादे से, जर्मन रेलवे कॉरपोरेशन (Deutshe Bahn) के विशेषज्ञों के साथ वेब संगोष्ठी सह अनुभव साझाकरण सत्र आयोजित किया गया। जर्मन रेलवे कॉरपोरेशन (Deutshe Bahn) के साथ जुड़े श्री फेलिक्स रेजवेस्की (Mr Felix Rezewski) एवं श्री फेलिक्स उलरिच (Mr Felix Ullrich)जैसे वैश्विक विशेषज्ञों ने रेलवे संबंधित क्षेत्रों में वरिष्ठ पदों पर काम कर रहे अपने भारतीय सहयोगियों श्री आशीष गर्ग और श्री सुमंत वत्स के साथ, जर्मन रेलवे कॉर्पोरेशन द्वारा कोविड -19 के दौरान ट्रेनों के कुशल संचालन और रखरखाव के लिए उठाए गए कदमों को साझा किया ।

महाप्रबंधक उत्तर मध्य एवं उत्तर रेलवे श्री राजीव चौधरी की अध्यक्षता में आयोजित इस वेबिनार में उत्तर मध्य और उत्तर रेलवे के प्रमुख विभागाध्यक्षों और दोनों रेलवे के मण्डलों के मण्डल रेल प्रबंधकों ने भाग लिया।
प्रारम्भिक सत्र में, महाप्रबंधक श्री चौधरी ने कोविड -19 के दौरान रेलवे द्वारा उठाए गए कदमों को साझा किया और बताया कि उत्तर मध्य और उत्तर रेलवे दोनों ने न केवल माल और पार्सल परिवहन, श्रमिक स्पेशल चलाने, विशेष ट्रेनों का संचालन आदि जैसे कोर क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है, बल्कि कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में कई अपरंपरागत और अभिनव कदम उठाए हैं उदाहरण स्वरूप आईसोलेशन कोच, क्वारंटीन केंद्र, कोविड -19 अस्पताल, कार्यालयों और स्टेशनों में किए गए इंतजाम, फेस कवर, सैनिटाइजर, पीपीई कवरॉल आदि का आंतरिक स्रोतो से उत्पादन। उन्होने आगे कहा कि हमें इस अदृश्य शत्रु के साथ कुछ समय तक रहना पड़ सकता है और यह महत्वपूर्ण है कि हम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित इस अनुभव साझाकरण सत्र में रेलवे की दुनिया की सर्वोत्तम प्रथाओं से सीखें और इसके साथ ही महाप्रबंधक ने वक्ताओं का स्वागत किया।
Deutshe Bahn के विशेषज्ञों ने कोविड -19 के दौरान परिचालन कर्मचारियों के जोखिम प्रबंधन, आपूर्ति श्रृंखला जोखिम प्रबंधन और कोविड -19 के वित्तीय प्रभाव से निपटने सम्बंधी अनुभव साझा किये। परिचालन कर्मियों के जोखिम प्रबंधन के संबंध में एक विश्लेषणात्मक आईटी उपकरण का उपयोग कर जर्मन रेलवे कॉर्पोरेशन द्वारा कर्मियों की वर्तमान स्वास्थ्य स्थिति और कोविड -19 के पूर्वानुमानित प्रसार के आधार पर प्रत्येक क्षेत्र में कर्मचारियों की उपलब्धता के आंकलन के लिए किया गया। इसी प्रकार, आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन के तहत संचालन और रखरखाव के लिए आवश्यक सामग्री की उपलब्धता, वर्तमान इन्वेंट्री स्तर, संभावित आपूर्तिकर्ताओं की सूची, उत्पादन स्थलों में प्रतिबंध, परिवहन आदि के सम्बंध में विश्लेषणात्मक आईटी उपकरण का उपयोग करके प्रत्येक आपूर्तिकर्ता को रेटिंग की गई है और सर्वोत्तम विकल्प चुनने के लिए प्रत्येक संभावित आपूर्तिकर्ता को अंक दिए गए।
Deutshe Bahn के साथ काम करने वाले विशेषज्ञों ने कहा कि भारतीय रेलवे ने कोविड -19 स्थिति को कुशल तरीके से संभाला है और अपने बड़े और व्यवस्थित डेटा बेस का उपयोग कोविड -19 के बाद की रणनीति तैयार करने तथा माल और यात्री परिवहन में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए कर सकती है। महाप्रबंधक श्री चौधरी ने कहा कि रेलवे पहले से ही लंबी अवधि की परियोजनाओं जैसे यात्री सेवाओं में प्रमुख सुधार, 2024 तक माल लदान की मात्रा दोगुना करना, ट्रेनों की गति बढ़ाना आदि पर काम कर रही है तथा डेटा विश्लेषण का उचित उपयोग रेलवे को इन लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करेगा।