झांसी। 22 सितम्बर की शाम को किलोमीटर संख्या 1124 /34 ई आई केबिन के सामने लाइन पार करते समय ट्रेन की चपेट में आने से बैगन मरम्मत कारखाना में बतौर टेक्निशियन ग्रेड 3 की मौत हो गई।

डिप्टी एसएस/झांसी से मेमो सूचना दी गयी कि किलोमीटर संख्या 1124/34 ई आई केबिन के सामने एक डेड बॉडी पड़ी है कार्रवाई करने की व्यवस्था करें । उक्त सूचना ईआई केविन पर कार्यरत डिप्टी एसएस टी पी भटनागर ने दी थी। सूचना पर आरपीएफ आरक्षक लोकेंद्र सिंह द्वारा घटनास्थल अटेंड किया जहाँ किलोमीटर संख्या 1124/34 पर एक डेड बॉडी पड़ी मिली। इस शव की गैंगमैन संजीव कुमार व दिनेश कुमार निगरानी कर रहे थे। रेलवे डॉ आनंद प्रकाश द्वारा परीक्षण कर मृत घोषित किया गया। जीआरपी झांसी थाने से उप निरीक्षक श्यामवीर सिंह मय स्टाफ मौके पर पहुंचे व मौके की कार्यवाही पंचनामा इत्यादि पश्चात अग्रिम कार्रवाई हेतु डेड बॉडी ले गये। मृतक के पास जेब से एक पहचान पत्र मिला जो बैगन मरम्मत कारखाना झांसी द्वारा जारी किया गया था जिसका नंबर 0335151,8 टेक्नीशियन ग्रेड-।।। था। मृतक की जेब में रखी पर्ची में उसके पुत्र का मोबाइल नंबर 7905543 626 मिला। इस नंबर पर उसके लड़के को सूचना दी गई। मृतक के बेटे भानु प्रताप सिंह ने बताया कि उसके पिता बैगन मरम्मत कारखाना में बतौर टेक्निशियन ग्रेड 3 काम करते हैं जो घर से सुबह 06.00 बजे ड्यूटी हेतु कह कर निकले थे । वर्कशॉप झांसी में पता करने पर जूनियर इंजीनियर श्याम बिहारी सोनकर ने बताया कि उक्त मृतक पिछले 2 दिन से अनुपस्थित चल रहे थे। घटना स्थल की स्थिति एवं परिजनों व वर्कशॉप कर्मियो द्वारा दी गई जानकारी से स्पष्ट लग रहा है कि मृतक मानसिक तनाव में था तभी घर से काम पर निकलता पर जाता नहीं था। घटना के दिन भी वह घर से निकला था और शाम को मौत का शिकार हो गया। उसने किन परिस्थितियों में मौत को गले लगाया पहेली बना है।