उमरे महाप्रबंधक ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग से की समीक्षा

प्रयागराज/झांसी। महाप्रबंधक राजीव चौधरी ने उत्तर मध्य रेलवे के प्रमुख विभागाध्यक्षों और मंडल रेल प्रबंधक प्रयागराज, झांसी व आगरा के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उत्तर मध्य रेलवे में संरक्षा, कोहरे और सर्दियों की तैयारी सहित अन्य महत्वपूर्ण कार्यों की स्थिति की समीक्षा की।
वीडियो कॉन्फ्रेंस के प्रारंभ में, आगरा, झांसी और प्रयागराज के मंडल रेल प्रबंधकों द्वारा कोहरे और सर्दियों की तैयारियों पर पावर प्वाइंट के माध्यम से विस्तृत प्रस्तुतियां दी गईं। उच्च यातायात घनत्व वाले मार्गों पर संरक्षायुक्त और निर्बाध ट्रेन संचालन सुनिश्चित करने के लिए, उत्तर मध्य रेलवे ने कोहरे और सर्दियों के मौसम के लिए विस्तृत और समयबद्ध कार्य योजना तैयार की है। इसके लिए की जा रही तैयारियों के तहत, सभी ट्रेन चलाने वाले कर्मचारियों का अपेक्षित प्रशिक्षण और अनिवार्य चिकित्सा परीक्षा पहले ही पूरी हो चुकी है। सड़क उपयोगकर्ताओं को गेट बूम और स्टॉप बोर्ड की उचित दृश्यता सुनिश्चित करने के लिए, तीनों डिवीजनों पर सभी मानवयुक्त लेवल क्रॉसिंग गेट पर रेट्रोफ्लेक्टिव बोर्ड लगा दिए गए हैं।
कोहरे के मौसम के दौरान चालक दल की सिग्नल संबंधी सहायता के लिए, सभी क्रू बुकिंग प्वाइंटों पर पर्याप्त संख्या में फॉग-सेफ डिवाइस उपलब्ध कराए गए हैं और कम दृश्यता की स्थिति में सिग्नलों के बारे में लोको पायलटों को आगाह करने के लिए सभी फॉग-सेफ डिवाइस में सिग्नल की जीपीएस लोकेशन को अपडेट किया गया है। सर्द हवाओं से चालक दल को बचाने के लिए, सभी 448 इलेक्ट्रिक इंजनों और 102 डीजल इंजनों के लोकोमोटिव कैब की सीलिंग की जा रही है। इसी तरह, उत्तर मध्य रेलवे में सभी रनिंग रूम में कंबल, गीजर, रूम हीटर आदि की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की गई है ताकि चालक दल को गुणवत्तायुक्त रेस्ट सुनिश्चित हो सके।
सर्दियों की तैयारियों के क्रम में, ट्रैक की आवश्यक डीस्ट्रेसिंग, ज्वाइंटों की जाँच, ग्रीसिंग आदि का कार्य पहले ही पूरा हो चुका है और 15ज्ञनवंबर से रेलवे ट्रैक पर रात की पेट्रोलिंग भी शुरू कर दी गई है। सेक्शन में ट्रेन के अंतिम वाहन की उचित दृश्यता सुनिश्चित करने के लिए, यात्री गाड़ियों के एसएलआर और मालगाड़ी के गार्ड वैन पर रेट्रोफ्लेक्टिव क्रॉस मार्क और फ्लैशिंग टेल लैंप का प्रावधान सुनिश्चित किया जा रहा है। सर्दियों और कोहरे के दौरान कार्य से संबंधित अन्य महत्वपूर्ण वस्तुएं जैसे कोहरे की स्थिति का आकलन करने के लिए विज़िबिलिटी टेस्ट ऑबजेक्ट (वीटीओ), रिट्रोरिफ्लेक्टिव साइनेज एवं वीएचएफ सेट की पर्याप्त उपलब्धता, डेटोनेटर, सिग्नल से पहले चूना अंकन इत्यादि भी आगरा, झांसी और प्रयागराज मंडलों द्वारा सुनिश्चित किया जा रहा है।
कोहरे और सर्दियों की तैयारियों की समीक्षा करते हुए महाप्रबंधक श्री चौधरी ने कहा कि मंडलों को एक दूसरे के अनुभव से सीखना चाहिए और अन्य मंडलों में लागू अच्छी प्रथाओं को अपने यहां लागू करना चाहिए। उन्होंने बल देते हुए यह भी कहा कि ट्रैक और अन्य परिसंपत्तियों के निरीक्षण के लिए नियुक्त सभी कर्मचारियों के लिए सर्दियों और पेट्रोलिंग गियर्स की उचित और पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जानी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि ट्रेनों के विलंबन की स्थिति की यात्रियों को पूर्व सूचना और स्टेशनों पर यात्रियों के लिए पर्याप्त मात्रा में पैक्ड खाद्य पदार्थों की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। महाप्रबंधक ने मंडलों को सभी लेवल क्रॉसिंगी की एप्रोच और स्टेशन प्लेटफार्मों पर उचित प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया। महाप्रबंधक श्री चौधरी ने स्टेशन प्लेटफार्मों पर समान और समुचित प्रकाश को सुनिश्चित करने के लिए मंडलों को निर्देशित किया।
चलती ट्रेनों में हॉट एक्सल और ब्रेक बाइंडिंग मामलों का समय पर पता लगाने के लिए, उत्तर मध्य रेलवे परिक्षेत्र में हॉट एक्सल और हॉट व्हील डिटेक्टर (एचएएचडब्ल्यू) स्थापित हैं। ये उपकरण ट्रेन में ज्यादा तापमान की स्थिति मिलने पर नियंत्रण कक्ष और अनुरक्षण कर्मियों को स्वचालित अलर्ट संदेश भेजते हैं। हॉट व्हील डिटेक्टर के प्रदर्शन की समीक्षा करते हुए, महाप्रबंधक ने संदेश-आधारित अलर्ट की मौजूदा प्रणाली के अतिरिक्त प्रभावित ट्रेनों के चालक दल को सतर्क करने के लिए इस तरह के उपकरणों से आगे सेक्शन में बजर लगाने की संभावना का पता लगाने का सुझाव दिया।
माल लदान के संबंध में, उत्तर मध्य रेलवे ने पिछले साल से लोडिंग के अंतर को कम कर दिया है और वर्तमान सप्ताह में उसको पार कर लेने की पूरी उम्मीद है। अब तक लोडिंग बढ़ाने में उपयोगी स्टेशन टू स्टेशन (एसटीएस) रियायती दर के 08 प्रस्तावों को अंतिम रूप दिया जा चुका है । उत्तर मध्य रेलवे के माल लदान प्रदर्शन की समीक्षा करते हुए, महाप्रबंधक ने मंडलों के प्रदर्शन की सराहना की और कहा कि बिज़नेस डेवलेपमेंट यूनिटों द्वारा किए जा रहे अच्छे प्रयासों को जारी रखा जाना चाहिए और इनके द्वारा किए जा रहे माल लदान से आय और राजस्व को अधिकतम करने के लिए किए जा रहे प्रयास और बढ़ाए जाने चाहिए।