जीएम द्वारा उमरे पर संरक्षा, परिसंपत्ति विश्वसनीयता, समय पालनता, लदान, राजस्व अर्जन व  मानव संसाधन विकास की समीक्षा 
प्रयागराज । महाप्रबंधक उत्तर मध्य रेलवे व पूर्वोत्तर रेलवे विनय कुमार त्रिपाठी ने उत्तर मध्य रेलवे पर संरक्षा, परिसंपत्ति विश्वसनीयता, समय पालनता, लदान, राजस्व अर्जन और मानव संसाधन विकास की स्थिति की समीक्षा की। मुख्यालय में आयोजित इस बैठक में अपर महाप्रबंधक उत्तर मध्य रेलवे रंजन यादव व उत्तर मध्य रेलवे के प्रमुख विभागाध्यक्ष के साथ ही प्रयागराज, झांसी और आगरा मंडल के मंडल रेल प्रबंधक व अन्य अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए।
संरक्षा समीक्षा के दौरान, ट्रेनों के संरक्षायुक्त परिचालन के लिए स्टेशनों व रेलमार्ग पर तैनात कर्मचारियों द्वारा बरती जाने वाली सावधानियों पर चर्चा की गई। महाप्रबंधक श्री त्रिपाठी ने कहा कि सेक्शन में ट्रेन पासिंग कर्मी हमारी आंख और कान हैं। उन्होंने मंडलों  को निर्देश दिया कि निर्बाध ट्रेन संचालन के लिए किसी असामान्य स्थिति की  रिपोर्टिंग करने वाले कर्मचारियों को प्रोत्साहन देते हुए संबंधित कर्मचारियों को तुरंत सम्मानित किया जाना चाहिए। यह ना केवल संबंधित कर्मचारियों को प्रोत्साहित करेगा, बल्कि दूसरों को भी प्रेरित करेगा और इससे गाड़ियों के संरक्षायुक्त परिचालन और समय पालन में समग्र सुधार में सहायता मिलेगी। यहां यह बताना उचित होगा कि चालू वित्तीय वर्ष में 40 से अधिक कर्मचारियों को महाप्रबंधक के स्तर पर संरक्षा पुरस्कार दिए गए हैं, इसके अलावा प्रमुख विभागाध्यक्षों और मंडल रेल प्रबंधकों के स्तर पर भी ऐसे कर्मचारियों को सम्मानित किया गया है।
गतिशीलता फ्रंट पर  कार्य करते हुए उत्तर मध्य रेलवे  की वर्ष 2019-20 में 24.06 किमी प्रति घंटे की औसत गति से 85% की वृद्धि दर्ज करते हुए चालू वित्त वर्ष में माल गाड़ियों के परिचालन की औसत गति 44.42 किमी प्रति घंटे बनाए रखी गई है।
इसी क्रम में एक अन्य महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करते हुए झांसी मंडल में परिछा-नंदखास और सरसोकी-उसरगांव के कुल 37 किलोमीटर खंडो की सेकशनल गति को मौजूदा 90 किमी प्रति घंटे से बढ़ाकर 110 किमी प्रति घंटे कर दिया गया है। महत्वपूर्ण गतिशीलता सुधार कार्यों की प्रगति की समीक्षा करते हुए महाप्रबंधक श्री त्रिपाठी ने बल देते हुए कहा कि इस वित्तीय वर्ष के लिए लक्षित कार्यों को समय पर पूरा करने के लिए संपूर्ण प्रयास किए जाने चाहिए।
मानव संसाधन विकास के मोर्चे पर कैलेंडर वर्ष 2021 में उत्तर मध्य रेलवे ने 885 चयन और विभागीय पदोन्नति परीक्षा की योजना बनाई है। इस कैलेंडर वर्ष में अब तक 698 कर्मचारियों को पदोन्नत किया जा चुका है। महाप्रबंधक ने संबंधित विभागीय और मुख्यालय के अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे सेवारत कर्मचारियों के पदोन्नति संबंधी विषय पर विशेष ध्यान दें और अनुकंपा के आधार पर सभी नियुक्ति मामलों को समय पर अंतिम रूप दें।
भूमि, स्क्रैप बिक्री आदि सहित विविध स्रोतों से राजस्व आय की स्थिति की भी समीक्षा की गई। चालू वित्त वर्ष में उत्तर मध्य रेलवे  में जनवरी तक विविध स्रोतों से 125.95 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जन हुआ है। दिनांक 15.02.2021 तक स्क्रैप बिक्री से उत्तर मध्य रेलवे  का 204 करोड़ रुपये राजस्व अर्जन है, जो पिछले साल की तुलना में 7% अधिक है और रेलवे बोर्ड द्वारा निर्धारित स्क्रैप बिक्री के आनुपातिक लक्ष्य से 11% अधिक है।