आरपीएफ व डिटेक्टिव विंग के छापे में टिकट की कालाबाजारी का पर्दाफाश

ग्वालियर/झांसी। गत दिवस ग्वालियर आरपीएफ उप निरीक्षक अजय कुमार व केदार मीना हमराह स्टाफ व निरीक्षक डिटेक्टिव विंग ग्वालियर अवधेश गोस्वामी हमराह स्टाफ डिटेक्टिव विंग ग्वालियर व रे0सु0ब0/ग्वालियर की Lct सोनिका के साथ निरीक्षक आरपीएफ ग्वालियर के निर्देशन में जय बाबा ट्रैवल रेलवे स्टेशन रोड , शॉप न 11, ग्वालियर नामक दुकान पर पहुॅचे जहाॅ उक्त दुकान पर एक व्यक्ती व एक महिला मिले। पूछताछ में उन्होंने अपने नाम मनीष बाथम पुत्र गोपाल बाथम निवासी दर्पण कॉलोनी थाना ठाठीपुर , मोरार, जिला ग्वालियर,  रंजीता गुप्ता पत्नी स्व. विनोद गुप्ता निवासी चितेरा ओली माधवगंज मुल्ला की चक्की के पास थाना माधोगंज , गिर्द जिला ग्वालियर बताया। टीम ने उनको 04 पर्सनल यूजर आईडियों पर रेल यात्रा टिकिट बेचने के जुर्म में गिरफ्तार किया गया। उसके द्वारा यह कार्य एजेंट आईडी isionle 01524 की आड़ में किया जा रहा था। उक्त आरोपी अन्य पर्सनल यूजरआईडी भी संचालित कर टिकट बनाने का काम कर रही थी। इन पर्सनल यूजर आई0डी0 से बनाए गए पूर्व की यात्रा के 319 टिकिट जिनका मूल्य 20177 रुपए , वाकी टिकट का मूल्य आईआरसीटीसी से उपलब्ध कराया जा रहा है।  उक्त आरोपियों के पकड़े जाने पर उनके पास से 02 मॉनीटर, 01 प्रिंटर, 01 मोबाइल रेडमी व 01 सैमसंग की पैड मोबाइल, 02 माउस 02 कीबोर्ड, 2 सी पी यू ,01 इंटेक्स का व एक फॉक्सिन कंपनी का जप्त कर लिए गए। उक्त आरोपी /उपयोगकर्ता प्रति व्यक्ति रु. 100/- से 200/- अधिक लेकर बड़े पैमाने पर अधिक से अधिक लाभ कमाने के लिये 4 पर्सनल यूजर आईडियों पर टिकिट बना कर बेचता था। साथ ही साथ जो व्यक्ति उसकी दुकान पर टिकिट बनवाने आते हैं तो उसके मोबाइल नंबर से नई पर्सनल यूजर आईडी बनाकर स्वयं उपयोग करता है। जिससे जुर्म कर पकड़ से दूर रहे और रेलवे प्रशाशन को गुमराह कर चूना लगा सके। उक्त आरोपी के विरुद्ध रे0सु0ब0पोस्ट ग्वालियर पर अ0क्र0 165 /21 अन्तर्गत धारा 143 रेलवे एक्ट* में प्रकरण पंजीकृत किया गया।