जीएम ने भरतपुर- बांदीकुई विद्युतीकरण कार्य की समीक्षा की

प्रयागराज। उमरे मुख्यालय में हुई बैठक में महाप्रबंधक उत्तर मध्य रेलवे और पूर्वोत्तर रेलवे विनय कुमार त्रिपाठी ने भरतपुर-बांदीकुई खंड की उच्च प्राथमिकता वाली विद्युतीकरण परियोजना की स्थिति की समीक्षा की। बैठक में प्रमुख मुख्य बिजली इंजीनियर सतीश कोठारी, प्रमुख मुख्य परिचालन प्रबंधक रवि वल्लूरी और उत्तर मध्य रेलवे के विद्युत व परिचालन विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे, साथ ही मंडल रेल प्रबंधक आगरा सुशील कुमार श्रीवास्तव और रेलवे विद्युतीकरण परियोजना के अधिकारियों ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से भाग लिया।

आगरा कैंट-बांदीकुई के बीच 150 किलोमीटर के खंड पर उत्तर मध्य रेलवे और उत्तर पश्चिम रेलवे के बीच 24 ट्रेनों का औसत दैनिक इंटरचेंज है। इस खंड में निर्बाध इलेक्ट्रिक ट्रेन संचालन डीजल से इलेक्ट्रिक में कर्षण परिवर्तन करने में लगने वाले समय में बचत होगी और गाड़ियों की गतिशीलता में काफी सुधार होगा। सी ई डी ई उत्तर मधय रेलवे अनुराग गुप्ता द्वारा समीक्षा के दौरान इस खंड में नियमित इलेक्ट्रिक ट्रेन संचालन संबंधी सभी विषयों को समाहित करते हुए एक प्रस्तुतिकरण किया गया। ट्रैक्शन सब स्टेशन, फीडिंग पोस्ट, केंद्रीकृत स्काडा नियंत्रण प्रणाली, बिजली की आपूर्ति में वृद्धि आदि की महत्वपूर्ण मदों पर चर्चा की गई और कार्य पूरा होने की लक्षित तिथियों को अंतिम रूप दिया गया। प्रगति की समीक्षा करते हुए, महाप्रबंधक श्री त्रिपाठी ने बल देते हुए कहा कि विद्युतीकरण के पूर्ण लाभ को प्राप्त करने के लिए इस विद्युतीकरण परियोजना के सभी महत्वपूर्ण कार्यों को समय पर पूरा किया जाना चाहिए।

उत्तर मध्य रेलवे इस सेक्शन में नियमित इलेक्ट्रिक ट्रेनों के परिचालन के लिए अप्रैल 2021 से शुरू करने के लिए पूरी तरह तैयार है और ट्रैफिक को पूर्णत: इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन में परिवर्तित करने का कार्य क्रमबद्ध तरीके से किया जाएगा। यह पर्यावरण के अनुकूल और किफायती होने के साथ ही कर्षण परिवर्तन के समय में बचत से ट्रेनों का विलंबन काफी कम हो जाएगा। ज्ञात हो कि, इस खंड के अलावा, उत्तर मध्य रेलवे के भांडई-उडी मोड़ के बीच 113 आरकेएम में भी विद्युतीकरण का काम इस महीने के भीतर पूरा करने का लक्ष्य है।