महाप्रबंधक द्वारा उमरे पर कोविड -19 स्थिति की समीक्षा की
प्रयागराज/झांसी। उत्तर मध्य रेलवे कोविड -19 से अपने कार्यबल की रक्षा करते हुए सुरक्षित और कुशल ट्रेन संचालन को निर्बाध रूप से बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक उपाय कर रहा है। इस सतत निगरानी प्रणाली के अंतर्गत गुरुवार को महाप्रबंधक विनय कुमार त्रिपाठी ने सभी प्रमुख मुख्य विभागाध्यक्षों, मण्डल रेल प्रबंधक प्रयागराज, झांसी और आगरा के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उत्तर मध्य रेलवे पर कोविड-19 स्थिति की समीक्षा की।
 बताया गया कि उत्तर मध्य रेलवे ने फ्रंटलाइन  स्टाफ सहित 45 वर्ष से अधिक आयु के कुल 27758 कर्मचारियों में 18000 से अधिक कर्मचारियों का कोविड-19 का टीका लगाया गया है। हेल्थकेयर और रेल सुरक्षा बल के 4195 कर्मियों में से 93% कर्मियों को कोविड-19 टीके की दोनों डोज दे दी  गई है। महाप्रबंधक श्री त्रिपाठी ने सभी 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी रेलकर्मियों को टीके की दोनों डोज जल्द से जल्द देने पर जोर दिया और आवश्यकतानुसार फील्ड तथा छोटे स्टेशनों पर कार्यरत कर्मचारियों के टीकाकरण में तेजी लाने हेतु दुर्घटना राहत गाड़ी (एआरएमई) में टीम भेज कर टीकाकरण कराने हेतु मंडलों एवं संबंधित विभागों को निर्देशित किया । टीकाकरण के दूसरे चरण में 45 वर्ष से कम आयु के रेलकर्मियों के टीकाकरण हेतु रेलवे की ओर से उठाए जा रहे कदमों पर भी चर्चा की गई। महाप्रबंधक ने इसके लिए सभी आवश्यक संसाधन समय पर जुटाने हेतु निर्देशित किया।
 गौरतलब है कि भारतीय रेल द्वारा रो-रो माध्यम से आक्सिजन की त्वरित उपलब्धता सुनिश्चित करने की दिशा में उत्तर मध्य रेलवे  लगातार  महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है और हर आक्सिजन रेक का संचालन ग्रीन कॉरीडोर के तर्ज पर त्वरित गति से किया जा रहा है। आक्सिजन एक्सप्रेस के अतिरिक्त अनाज के रेक को भी निर्बाध रूप से चलाने हेतु समेकित इंतजाम किए गए हैं।