– बार नहीं खुलने से मायूस रहे संचालक
झांसी। कोरोना लाक डाउन के चलते उत्तर प्रदेश में थोक व फुटकर बाजार बंद करवा दिए गए थे। इसी के चलते बिना किसी आदेश के देशी-विदेशी शराब की दुकानें, बार, माडल शाप बंद कर दी गई थी। हालांकि  हाल के कुछ दिनों में परचून की दुकानों में छूट दी गई और मंगलवार से शराब की दुकानों को अग्रिम आदेश तक खोल दिया गया है। इसके तहत सुबह 10:00 बजे से लेकर शाम 7:00 बजे तक आबकारी विभाग की देखरेख में शराब की दुकानें खोल दी गई। इसके चलते शराब को खरीदने के लिए शौकीनों की ऐसी भीड़ उमड़ी कि सभी नियम व सोशल डिस्टेंस ताक पर नजर आए।
हालांकि इस दौरान यह देखा गया कि कोई उपभोक्ता स्टॉक करने की नियत से खरीदारी ना करें, दो बोतल, चार हाफ या 8 क्वार्टर से ज्यादा एक व्यक्ति को शराब नहीं दी गई। गोदामों पर भी आबकारी विभाग की नजर रही ताकि सभी दुकानदारों को समान रूप से कोटा दिया जाए, जिससे किसी भी तरह की परेशानी सामने ना आए।
मंगलवार को शराब की दुकानों की खुलने की सूचना फैलते ही शौकीनों ने दुकान के बाहर ऐसे लाइन लगा ली, जैसे दुकानदार फ्री में शराब बांट रहा हो, मास्क लगाकर दुकानों पर पहुंचे ग्राहकों ने जमकर खरीदारी की। दुकानें खुल जाने से शराब की कालाबाजारी बंद हो गई है क्योंकि लॉक डाउन की वजह से अचानक दुकानें बंद हो जाने से शराब के चाहने वाले अधिक दामों पर शराब के क्वार्टर- बोतल खरीद रहे थे। सायं होते होते दुकानों पर भीड़ छंट गई। जिन दुकानदारों ने बंदी के दौरान कालाबाजारी कर शराब की बोतलें बेची वह आज बिक्री दिखा कर दुकानों का स्टॉक मेंटेन करने में जुट रहे। हालांकि बार के नहीं खुलने से संचालक मायूस रहे। उन्होंने बंद के दिनों की फीस में राहत देने की मांग की है।