– कई अवैध कारोबारिए सलाखों में, भारी मात्रा में सामान जब्त, दुकानें सील
झांसी। झांसी रेलवे स्टेशन के सामने पीपीपी मॉडल पर निर्माणाधीन काम्प्लेक्स सेंटर प्लेस में नियमों को दरकिनार कर दुकानों में दबंगई से चल रहे अवैध खान-पान के कारोबार पर मंगलवार को आखिरकार पुलिस व आरपीएफ का ऐसा डण्डा चला कि अवैध कारोबारियों को भागते ही बना। आरपीएफ ने नौ धंधेबाजों को सलाखों में भेज कर भारी मात्रा में सामान जब्त कर दुकानों को सील कर दिया।
गौरतलब है कि झांसी रेलवे स्टेशन के सामने यात्रियों की सुविधा के लिए पीपीपी मॉडल पर मल्टी फंक्शनल काम्प्लेक्स का निर्माण रेल लैंड डेवलपमेंट अथॉरिटी के नियमों के अनुसार किया जा रहा था। निर्माणकर्ता द्वारा काम्प्लेक्स का निर्माण शुरू किया गया और नियमों को दरकिनार कर निर्माण के दौरान ही कयी दुकानों को धनराशि लेकर प्राइवेट लोगों को दे दिया। इन दुकानों पर अनधिकृत रूप से बिना खाद्य सुरक्षा विभाग की परमिशन/लाइसेंस के खान-पान सामग्री की बिक्री शुरू हो गई और शुरू हो गया शासन व रेल प्रशासन को लाखों के चूना लगाने का गोरखधंधा।

 

दो पार्टियों के झगड़े पर जागा रेल प्रशासन, की कार्रवाई

यह सब अवैध कारोबार खुलेआम धड़ल्ले से चल रहा था और किसी की हिम्मत नहीं हो पा रही थी इस पर नजर टेढ़ी करने की। तथा कथित जिम्मेदार अवैध कारोबार को चलते देख रहे थे और “मेवा” खा रहे थे। इस दौरान अवैध कारोबारियों पर यह कहावत “विनाशकाले विपरीत बुद्धि” चरितार्थ हो गई। काम्प्लेक्स में काम कर रहे दो धंधे बाजों में ठन गई और जाने-अनजाने में इसमें पत्रकार भी पार्टी बन गये और पुलिस कूद गयी। इससे मामले ने ऐसा तूफान मचाया कि रेलवे बोर्ड, उमरे इलाहाबाद मुख्यालय, झांसी डीआरएम कार्यालय में इस अवैध कारोबार का शोर मच गया। आनन-फानन में आरएलडीए की ओर से धारा 180 रेल अधिनियम के तहत काम्प्लेक्स की सभी दुकानों पर नोटिस चस्पा कर चेतावनी दी गई कि 48 घंटे में काम्प्लेक्स में चल रहे कारोबार को समेट लें अन्यथा कार्रवाई की जाएगी।

नोटिसों को हल्के में लिया – अवैध कारोबारियों ने नोटिस को हल्के में लिया। इस कारोबार मे एक नटवर लाल भी शामिल था। इधर, डीआरएम द्वारा इसे गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके अनुपालन में आरपीएफ कमांडेंट आलोक कुमार वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शिवहरि मीणा के निर्देशन में मंगलवार को भारी संख्या में नवाबाद पुलिस व आरपीएफ ने संबंधित रेल अफसरों के साथ आज दोपहर लगभग एक बजे संयुक्त रूप से काम्प्लेक्स सेंटर पर कार्रवाई की।

विरोध काम नहीं आया, सरगना भागे, गुर्गे चंगुल में

संयुक्त कार्यवाही के दौरान पहले तो अवैध कारोबारियों ने विरोध किया, किंतु पुलिस की सख्ती के आगे चली नहीं। संयुक्त टीम ने मौके से लगभग नौ धंधेबाजों को दबोच कर भारी मात्रा में विविध प्रकार का सामान जब्त कर लिया। इस दौरान अवैध कारोबार के सरगना गधे के सिर से सींग तरह गायब हो गये। लगभग चार घंटे चले कार्रवाई को देखने तमाशबीनों की भीड़ लगी रही। फिलहाल पूरे काम्प्लेक्स को सील कर दिया गया है। इस कार्रवाई से उन लोगों पर गाज गिर गई है जिन्होंने कथित 60-60 लाख रुपए में दुकानों को लिया था। सूत्रों का कहना है कि इस कार्रवाई के खिलाफ अथवा दुकानों की वसूली गई कीमत वापस लेने के लिए न्यायालय की शरण में जाने की तैयारी की जा रही है।

यह रही संयुक्त टीम

आरपीएफ स्टेशन पोस्ट प्रभारी निरीक्षक अशोक कुमार यादव निर्देशन में प्रभारी निरीक्षक रिज़र्व/ मनोज शर्मा, प्रभारी निरीक्षक लोको/ नरेश धनकड़, प्रभारी निरीक्षक वर्कशाप/ G. P. मीना, प्रभारी निरीक्षक स्टोर/ प्रदीप यादव, IPF/ अनुरुद्ध जांगिड़ के सहयोग से प्रभारी निरीक्षक/ नवाबाद सुनील कुमार हमराह स्टाफ की मौजूदगी रही