– ‘मेवा चौधरी धीरज टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर’ में गरीबों की चाहत का इलाज किस्तों की राशि में
झांसी l सूबे के बुंदेलखंड में निसंतान दम्पत्तियों को संतान हेतु इलाज के लिए अब दिल्ली आदि महानगरों में समय व धन की बर्बादी नहीं करना पड़ेगी। झांसी में मेडिकल कॉलेज के सामने ‘मेवा चौधरी धीरज टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर’ में आधुनिक तकनीक से नि:संतान दम्पत्तियों की मायूसी खिलखिलाएगी। इतना ही नहीं सेंटर में टेस्ट ट्यूब बेबी के महंगे इलाज में गरीबों को राहत देते हुए इलाज पर खर्च होने वाली रकम भी किस्तों में देने की व्यवस्था की गई है।
मेवा चौधरी धीरज टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर की डा. दिव्या अग्रवाल (गायनेकोलॉजिस्ट एवं आईवीएफ स्पेशलिस्ट) व डॉ. धीरज राणावत (वरिष्ठ भ्रूण वैज्ञानिक एवं लैब डायरेक्टर) ने बताया कि झांसी में अभी तक आधुनिक तकनीक के द्वारा निसंतान के उपचार की समुचित व्यवस्था उपलब्ध नहीं थी इस कारण ज्यादातर दंपत्ति चिकित्सक की परामर्श तथा इलाज के लिए बाहर जाने को मजबूर थे। अब यह सुविधा महानगर में मेवा चौधरी धीरज टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर द्वारा उपलब्ध कराई जा रही है। सेंटर में आधुनिक तकनीक व पीजीटीए और पीजीडी तकनीकी सुविधा उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि अन्य शहरों में संतान हेतु इलाज कराने के लिए दंपत्ति को बाहर जाना पड़ता था जिसके कारण इलाज के साथ-साथ आने-जाने और रुकने में उनका काफी पैसा खर्च होता था हमने यह सेंटर झांसी में स्थापित कर झांसी सहित बुंदेलखंड के लोगों को राहत देने का कार्य किया है, इसके साथ ही आर्थिक रूप से कमजोर दंपत्ति को इस इलाज में राहत देते हुए इस पर आने वाले खर्च की धनराशि को किस्तों में देने की भी सुविधा प्रदान की है। चिकित्सकों ने कहा हमारा उद्देश्य है की रियायती दरों में निराशावान दंपत्ति का इलाज कर उन्हें संतान का सुख दिला पाएं। उन्होंने स्वीकारा कि बुन्देलखण्ड के ग्रामीण क्षेत्रों में जनजगरुकता के अभाव के चलते कई नि: संतान दम्पत्तियों की संतान की चाह अधूरी है, उनका प्रयास है कि लोग जागरूक हों और अपनी खुशियों के रंग बिखरे। इस दौरान डॉ आलोक अग्रवाल आर्थोपेडिक स्पेशलिस्ट एवं केप्लर हेल्थ केअर से राजेन्द्र राजावत, योगेश कुमार एवं राहुल श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे।