। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में “शिक्षक पुनः कौशल प्रकोष्ठ” द्वारा ऑनलाइन परीक्षा प्रणाली पर दो दिवसीय कार्यशाला के दुसरे दिन आज व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया गया. ऑनलाइन परीक्षा प्रणाली के विषय विशेषज्ञ एवं एनआईआईटी नीमराना राजस्थान विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक प्रोफेसर गुरेंद्र नाथ भारद्वाज ने आज शिक्षकों को मोबाइल एवं लैपटॉप पर ऑनलाइन परीक्षा प्रणाली से संबंधित ऑपरेटिंग सिस्टम एवं ऐप्स के बारे में व्यावहारिक जानकारी प्रदान की। उन्होंने शिक्षकों को बताया कि किस प्रकार से प्रश्नों का निर्माण किया जाए। ऑनलाइन टेस्ट परीक्षा प्रणाली में मुख्यता बहुविकल्पीय प्रश्नों को प्राथमिकता दी जाती है बहुविकल्पीय प्रश्न भी कई प्रकार के होते हैं। शिक्षकों को प्रयास करना चाहिए की प्रश्न बनाते समय ध्यान रखें की प्रश्न संपूर्ण पाठ्यक्रम पर आधारित हो साथ ही प्रश्नों की संख्या अधिक होने से छात्रों को किसी एक प्रश्न के गलत होने पर अधिक नुकसान नहीं होगा। उन्होंने शिक्षकों को कहा कि वह परीक्षा से पहले छात्रों के साथ मॉक परीक्षा का आयोजन करें. जिससे उन्हें ऑनलाइन परीक्षा प्रणाली के संबंध में संपूर्ण जानकारी मिल सके. साथ ही उनकी शंकाओं का समय पर समाधान किया जा सके। ऑनलाइन परीक्षा प्रणाली में जब तक विश्वविद्यालय प्रशासन, शिक्षकों एवं छात्रों का संपूर्ण भरोसा नहीं होगा तब तक इसके उद्देश्यों को प्राप्त नहीं किया जा सकता है। लगातार प्रयास एवं कठिनाइयों को पारकर और त्रुटियों को दूर कर हम अपने लक्ष्य में सफल हो सकते हैं। करोना अभी गया नहीं है. ऐसे में हमें अपने आप को इस परीक्षा प्रणाली के लिए अभी से तैयार करने की जरूरत है। शिक्षक पुनः कौशल प्रकोष्ठ की समन्वयक प्रोफेसर पूनम पुरी ने विषय विशेषज्ञ का आभार प्रकट किया एवं उन्होंने कहा कि निश्चित ही शिक्षक इस कार्यशाला से लाभान्वित होकर ऑनलाइन परीक्षा के लिए प्रश्नों को तैयार करने में सक्षम हो सकेंगे। विषय विशेषज्ञ से जिस प्रकार शिक्षकों ने ऑनलाइन परीक्षा प्रणाली पर प्रश्न किए हैं उससे लगता है कि उन्होंने इस कार्यशाला को मन से आत्मसात किया है। कारिक्रम का संचालन डॉक्टर एरा तिवारी ने किया इस अवसर पर बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति प्रो एसके कटियार, अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो सुनील कुमार काबिया, प्रो सीबी सिंह, प्रो देवेश निगम, प्रो अर्चना वर्मा, प्रो अपर्णा राज, सहायक कुलसचिव परीक्षा दिनेश कुमार, डॉ दीपक तोमर के साथ ही शिक्षक पुनः कौशल प्रकोष्ठ के इं राहुल शुक्ला, इं अनुराग, डॉ सुनील त्रिवेदी, डॉ एपीएस गौर, इं बृजेश लोधी के साथ विश्वविद्यालय के सभी विभागों के विभागाध्यक्ष समन्वयक शिक्षक एवं शिक्षण सहायक उपस्थित रहे।