– सपा के ब्लॉक प्रमुख पद के उम्मीदवारों के खिलाफ भी मुकदमे दर्ज
झांसी। बुन्देलखंड के जिला झांसी ब्लाक प्रमुख के चुनाव प्रक्रिया में नामांकन के दौरान मचे बवाल को पुलिस ने गंभीरता से लिया है। चिरगांव थाना व बड़ागांव थाना में सपा के ब्लॉक प्रमुख पद के उम्मीदवारों व कई साथियों के खिलाफ भी मुकदमे दर्ज कराए गए वहीं चिरगांव थाना पुलिस ने पूर्व राज्यसभा सासंद और पूर्व गरौठा विधायक दीपनारायण सिंह यादव समेत 150 लोगों के खिलाफ बड़ी कार्यवाही करते हुए पुलिस ने उनके खिलाफ मारपीट और उपद्रव करने का मामला दर्ज किया है।
गौरतलब है कि 8 जुलाई को ब्लॉक प्रमुख चुनाव के लिए नामांकन परचे भरने के दौरान झांसी के कई ब्लाकों पर हंगामा और बबाल हुआ है। इसको लेकर रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। झांसी के चिरगांव ब्लॉक में ड्यूटी कर रहे निरीक्षक अशोक कुमार सिंह ने चिरगांव थाने में लिखित शिकायत करते हुए बताया कि वह पुलिस फोर्स के साथ भांडेर चुंगी पर बैरियर के पास ड्यूटी कर रहे थे तभी समाजवादी पार्टी के पूर्व राज्यसभा सांसद डॉ. चन्द्रपाल सिंह यादव और पूर्व गरौठा विधायक दीपनारायण सिंह यादव समेत लगभग 150 लोग वहां पहुंचे और नामांकन कक्ष की ओर जाने लगे। शांति व्यवस्था और सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए पुलिस ने उन्हें रोका तो वह आक्रोशित हो गए और पुलिस के साथ धक्का मुक्की करते हुए मारपीट करने लगे। जिस पर पुलिस ने बल का प्रयोग करते हुए भीड़ को तितर-बितर कर किया। शिकायत के आधार पर पुलिस ने पूर्व राज्यसभा सांसद डॉ. चन्द्रपाल सिंह यादव और पूर्व गरौठा विधायक दीपनारायण सिंह यादव के खिलाफ धारा 147, 332, 353, 188, 323, 504, 506 व 7 सीएलए एक्ट के तहत मामला दर्ज करते हुए कार्यवाही की।
इसी तरह से झांसी के बड़ागांव से समाजवादी पार्टी से ब्लॉक प्रमुख पद की उम्मीदवार रेखा, उनके पति निवर्तमान ब्लॉक प्रमुख कैलाश यादव और दो अन्य के खिलाफ थाने में मुकदमा ग्राम बावलटाडा निवासी भगवत कुशवाहा की तहरीर पर दर्ज हुआ है। तहरीर में भगवत ने पुलिस को बताया कि आरोपियों ने उसकी पत्नी केशकली का अपहरण कर लिया था। वहीं, चिरगांव विकास खंड से सपा के ब्लॉक प्रमुख पद के उम्मीदवार रामनरेश यादव व उनके चार सहयोगियों के खिलाफ भी पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। यह मुकदमा ग्राम बघैरा के धनीराम अहिरवार की शिकायत पर दर्ज किया है। धनीराम ने पुलिस को बताया था कि आरोपियों ने उससे पैसों की मांग की तथा विरोध करने पर जातिसूचक शब्दों से अपमानित किया। इन मुकदमों को ब्लॉक प्रमुख के चुनाव की रंजिश से जोड़कर देखा जा रहा है।