झांसी। भारत सरकार महिलाओं को सुरक्षित एवं गरिमामयी वातावरण प्रदान कर रही है, ताकि महिलाएं निर्भीक रुप से शिक्षा एवं स्वरोजगार हेतु अपना सशक्तिकरण करते हुए राष्ट्रीय विकास में अपनी महती भूमिका सुनिश्चित कर सके। यह विचार दत्तोपंत ठेगंडी राष्ट्रीय श्रमिक शिक्षा एव विकास बोर्ड, श्रम एवं रोजगार मन्त्रालय भारत सरकार कानपुर द्वारा कलाम एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसायटी के सहयोग से ताज कम्पाउड में महिला श्रमिकों हेतु आयोजित दो दिवसीय संगोष्ठी के उदघाटन सत्र को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए आर्य कन्या महाविद्यालय झांसी की एनसीसी ऑफिसर लेफ्टिनेंट डॉ शारदा सिंह ने व्यक्त किये।
उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता करते हुए बुन्देलखण्ड विश्वविधालय के समाज कार्य विभाग के सहायक आचार्य डॉ मुहम्मद नईम ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार द्वारा महिलाओं के कल्याण हेतु विभिन्न कल्याणकारी योजनाऐं संचालित की जा रही है। महिला सुरक्षा हेतु महिला हेल्प लाइन/किशोरी शक्ति मिशन का संचालन किया जा रहा है। इन सबका उद्देशय महिलाओं को उत्पीड़न से बचाना है। कार्यक्रम प्रभारी नीरज श्रीवास्तव क्षेत्रीय निदेशक प्रभारी कानपुर ने संगोष्ठी के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि महिला श्रमिकों को उनके सामाजिक एवं आर्थिक सशक्तिकरण हेतु प्रेरित करते हुए, भारत सरकार की कलयाण कारी एवं रोजगारपरक योजनाओ के बारे मे जागरुक करते हुए उनके आत्मविशवास को बढ़ाना ही श्रमिक शिक्षा बोर्ड का उद्देश्य है।
विशिष्ट अतिथि के रुप मे बोलते हुए, डॉ. फुरकान मलिक अर्थशास्त्र विभाग बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झांसी ने कहा कि प्रधानमंत्री मुद्रा योजना एवं प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम का लाभ लेते हुए महिलाऐ अपना स्वरोजगार प्रारम्भ कर सकती है। दो दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन कलाम एजुकेशनल एण्ड वेलफेयर सोसायटी के सहयोग से किया गया है। प्रशिक्षण कार्यक्रम मे असंगठित क्षेत्र की 40 महिलाऐं भाग ले रही है। अंत मे सोसायटी के निदेशक शेख अरशद ने धन्यवाद ज्ञापित किया।










