– महिला सशक्तिकरण और ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’
प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता : मुख्यमंत्री
लखनऊ/झांसी। उत्तर प्रदेश के.मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने “मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना” का लाभ पात्र बालिकाओं तक पहुंचाने के लिए तेजी से कार्य करने के निर्देश देते हुए कहा कि महिला सशक्तिकरण और ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। ‘मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना’ बालिकाओं के स्वास्थ्य एवं शिक्षा के स्तर में वृद्धि करने तथा उनके भविष्य को उज्ज्वल बनाने के लिए सहायक सिद्ध हो रही है। इस योजना के तहत अब तक 07 लाख 81 हजार बालिकाओं को लाभान्वित किया जा चुका है। उन्होंने योजना के सम्बन्ध में नियमित समीक्षा करते हुए अन्य सम्बन्धित विभागों से संवाद व समन्वय बनाकर कार्य किए जाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री मंगलवार को अपने सरकारी आवास पर ‘मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना’ के सम्बन्ध में समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार करते हुए लक्ष्य निर्धारित कर पात्र बालिकाओं तक योजना का लाभ पहुंचाया जाए। उन्होंने ग्राम पंचायतों, आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों, आशा वर्कर्स, अध्यापकों व प्रधानाचार्यों, बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालय आदि से ‘मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना’ के सम्बन्ध में समन्वय व संवाद किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मण्डल व जनपद स्तर पर योजना के प्रभावी कार्यान्वयन के ठोस प्रयास किए जाएं। उन्होंने कहा कि मानक के अनुसार पात्र बालिकाओं तक योजना का लाभ पहुंचाने की दिशा में बेहतर रणनीति के साथ कार्य किए जाएं।
मुख्यमंत्री द्वारा वर्चुअल बैठक में जिलाधिकारी आंद्रा वामसी ने जनपद में “मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना” की प्रगति की जानकारी देते हुए बताया कि 355 ऑनलाइन आवेदन पत्र प्राप्त हुए हैं, सभी श्रेणी के कुल पात्र लाभार्थी की संख्या 105 है। उन्होंने श्रेणी वार लाभान्वित लाभार्थियों की जानकारी दी और बताया कि जनपद में ₹ 2.18 लाख की धनराशि लाभार्थियों के बैंक खातों में हस्तांतरित की जा चुकी है। इस अवसर पर महिला कल्याण एवं बाल विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वाती सिंह, प्रमुख सचिव महिला कल्याण एवं बाल विकास वी0 हेकाली झिमोमी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना संजय प्रसाद, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।