– अम्पायर का कार्य जज की तरह : न्यायमूर्ति
– समारोह में उत्तीर्ण अम्पायर किये गए सम्मानित

उरई । डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन जालौन  के तत्वावधान में तीन दिवसीय अंपायर और स्कोरर कार्यशाला आयोजित हुई। इसमें शामिल अभ्यर्थियों की रविवार को परीक्षा हुई, जिसमें 25  अभ्यर्थी ने भाग लिया। कार्यशाला में परीक्षा के पश्चात 2019 परीक्षा के अभ्यर्थियों को सर्टिफिकेट वितरित किये गए। उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति और यूपीसीए के सचिव ने सभी अभ्यर्थियों को बधाई और शुभकामनाएं दी।
उरई के एस एस इंटरनेशनल स्कूल के सभागार में आयोजित कार्यशाला के अंतिम दिन परीक्षा हुई। इसके बाद मौखिक परीक्षा भी ली गई। यूपीसीए अम्पायर समिति के अध्यक्ष मनोज पुण्डीर, एसपी सिंह और तरुण कपूर ने खेल सम्बन्धी प्रश्न पूछे। कार्यक्रम में उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति अजय भनोट बतौर मुख्य अतिथि वर्चुअली कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने कार्यशाला के सभी प्रतिभागियों से कहा मैच में अंपायर भूमिका एक जज की तरह होती है जिसे अपना निर्णय बिना की दबाव और पक्षपात देना होता है और यही आपकी पहचान होनी चाहिये। इस कार्यशाला के द्वारा कई प्रतिभाएं सामने आएंगी। उन्होंने कहा कि डीसीए के कार्य सराहनीय हैं। यहां के खिलाड़ी इसका भरपूर लाभ लें।वही यूपीसीए के सचिव युद्धवीर सिंह ने कहा कि जिला स्तर पर यह एक अच्छा कार्य है। कार्यशाला के लिए सीनियर श्यामबाबू को बधाई देता हूँ। उन्होंने कार्यशाला में भाग लेने वाले सभी अभ्यर्थियों को शुभकामनाएं दी।  मजिस्ट्रेट सुनील शुक्ला ने  खेल गतिविधियों के संचालन पर खुशी जताते हुए कहा कि खेल के लाभों को समझना चाहिए।
डीसीए के अध्यक्ष के. रविन्द्र नायक ने कहा कि खेल के विकास के लिए वह हर पल समर्पित हैं. डीसीए जोन जिले में खिलाड़ियों के अच्छे मौके देखा खिलाड़ियों को भी समर्पित भाव से खेल में रूचि लेनी चाइये। खेल कोटे से विभागों में नौकरी के अवसर दिए जाते है डीसीए हर खिलाडी की मदद करेगा। यूपीसीए एपेक्स कमेटी के सदस्य श्याम बाबू ने कहा कि मेरा प्रयास है कि डीसीए जोन की क्रिकेट को बढ़ावा मिले। यह खुशी की बात है कि जिले में दूसरी बार कार्यशाला सम्पन्न हुई।
डीसीए जालौन के सचिव विकास कुमार ने  बताया कि कार्यशाला जालौन में दूसरी बार आयोजित की गई। जालौन के क्रिकेटरों को प्रदेश एवं राष्ट्रीय स्तर पर क्रिकेट मैचों में अंपायरिंग व स्कोरर के अधिक से अधिक मौके मिलेंगे। इस कार्यशाला को दो साल में दूसरी कार्यशाला का  प्रदेश में प्रथम स्थान मिला है।
इस दौरान 2019 की अम्पायर परीक्षा में उत्तीर्ण हुए 10 अभ्यर्थियों  में  सांकेतिक तौर पर डॉ. राकेश द्विवेदी और शाहरूख व स्कोरर सलमान को सर्टिफिकेट व किट देकर पुरस्कृत किया गया। इसके अतिरिक्त यूपीसीए से भेजे गए मनोज पुण्डीर, एसपी सिंह और तरुण कपूर भी सिटी मजिस्ट्रेट द्वारा सम्मानित किये गए।
उरई के सिटी मजिस्ट्रेट ने पहली कार्यशाला के सफल 10 अभ्यर्थियों  में  सांकेतिक तौर पर अम्पायर में राकेश द्विवेदी,शाहरुख़ खान, और स्कोरर में शालमन खान को प्रमाण पत्र और अम्पायर सूट देकर सम्मानित किया। यूपीसीए अंपायर और स्कोरर कमेटी के चेयरमैन मनोज पुंडीर ने कहा कि कार्यशाला के माध्यम से उत्कृष्ट अंपायर एवं स्कोरर प्रादेशिक एवं राष्ट्रीय स्तर के मैचों के लिए मिलेंगे। बीसीसीआई पैनल अंपायर व स्कोरर तरुण कपूर तथा एसपी सिंह ने कहा कि डीसीए जालौन प्रदेश की पहली एसोसिएशन जिसने दो वर्षो में दूसरी कार्यशाला आयोजित करवाई है. इसका सीधा लाभ जिले के खिलाड़ियों हो हुआ है।
विनोद चतुर्वेदी और प्रदीप सिरोठिया ने कहा जालौन में इस कार्यशाला से स्थानीय और जोन के क्रिकेट और विकसित होगा। भविष्य में अंपायर व स्कोरर से भी कई खिलाड़ी राष्ट्रीय एवं प्रादेशिक प्रतियोगिताओं में अच्छा प्रदर्शन करेंगे। समारोह का संचालन शरद श्रीवास्तव ने किया। समापन कार्यक्रम के इस अवसर पर उपाध्यक्ष विनोद चतुर्वेदी ,सुरेश निरंजन भईया जी , प्रदीप चंद्रा , संयुक्त सचिव विनय सिंह ,नीरज पाठक , सचिव विकास कुमार, कोषाध्यक्ष अनिल सिंदूर , कार्यकारिणी सदस्य और कार्यालय के को ऑर्डिनेटर प्रदीप सिरोठिया, इंद्रमणि,  क्रिकेट डेवलपमेंट कमेटी के पदाधिकारी डॉ राकेश द्विवेदी, खलील उद्दीन ,उत्तम ,अंशु , पुष्पेंद्र औरैया , शरद शर्मा , ह्रदेश राजपूत आदि मौजूद रहे।