– झांसी रेल मंडल से पूर्व परिचित आशुतोष 10 को ग्रहण करेंगे कार्यभार

झांसी। उमरे के झांसी मंडल के नये मंडल रेल प्रबंधक आशुतोष 10 अगस्त को कार्यभार ग्रहण करेंगे। भारतीय रेल इंजीनियरिंग सेवा के अधिकारी आशुतोष ने आईआईटी / कानपुर से वर्ष 1989 में बी.टेक किया है। उन्होंने आगरा मंडल में वरिष्ठ इंजीनियर / समन्वय एवं पश्चिम रेलवे के अहमदाबाद मंडल में अपर मंडल रेल प्रबंधक के रूप में कार्य किया है। झांसी आने से पूर्व श्री आशुतोष ने प्रयागराज में मुख्य इंजीनियर (निर्माण) तथा प्रमुख मुख्य इंजीनियर, रेल विद्युतिकरण के पदों पर कार्य किया है। वह झांसी रेल मंडल से पूर्व परिचित हैं। इन्होंने यहां वर्ष 2009 से 2011 तक उप मुख्य इंजीनियर / पुल के रूप में कार्य किया है। इस दौरान इन्होंने मदराहा, भिंड, चित्रकूट आदि स्टेशनों पर पैदल उपरगामी पुलों (एफओबी) का निर्माण कराया। इसके अतिरिक्त झांसी-आगरा खंड पर स्थित सिंध और चंबल के पुलों पर पेडेस्ट्रियन पाथ वे एवं झांसी कानपुर, खैरार भीमसेन खंडों पर यमुना के दो पुलों पर निरीक्षण पाथ-वे का निर्माण कराया था।

श्री आशुतोष ने मुख्य इंजीनियर (निर्माण) के पद पर कार्य करते हुए झांसी-बीना तीसरी लाइन ग्वालियर श्योपुरकलां आमान परिवर्तन (गेज कनवर्जन) एवं झांसी मानिकपुर लाइन दोहरीकरण के कार्य निष्पादित किये।इसके अतिरिक्त रायरू में यार्ड रिमॉडलिंग एवं गुड्स शेड, ग्वालियर, दतिया, सीपरी आदि में सड़क उपरिगामी पुलों (आरओबी) चिरूला स्टेशन का नवनिर्माण तथा अनेकों सड़क अधोगामी पुलों (आरयूबी) का निमार्ण कराया। श्री आशुतोष के वरिष्ठ मंडल इंजीनियर / समन्वय आगरा के कार्यकाल में पलवल – भूतेश्वर तीसरी लाइन, आगरा में स्ट्रैची पुल की रिंगर्डरिंग, आगरा कैंट यार्ड रीमॉडलिंग, टूंडला फ्लाईओवर तथा अनेक स्थानों पर सड़क अधोगामी पुलों का निर्माण हुआ आगरा-मथुरा खंड पर पीक्यूआरएस पद्यति से रेल नवीनीकरण के नये कीर्तिमान स्थापित हुए। रेलपथ अनुरक्षण में उल्लेखनीय सुधार एवं ट्रैक ज्यामिति इंडेक्स (टीजीआई) में महत्वपूर्ण बढ़त के लिए तत्कालीन सदस्य इंजीनियरिंग द्वारा सराहना की गई।

श्री आशुतोष के पश्चिम रेलवे के अहमदाबाद मंडल में अपर मंडल रेल प्रबंधक के कार्यकाल में विभिन्न कार्यदायी संस्थाओं यथा पश्चिमी डीएफसी, आरवीएनएल, पश्चिमी रेलवे / निर्माण, मेट्रो रेल (एमईजीए), रेल विद्युतिकरण संस्था, राइट्स, आईआरएसडीसी द्वारा नई लाइन लाइन दोहरीकरण, आमान परिवर्तन (गेज करवर्जन), रेल विद्युतिकरण, मेट्रो रेल तथा गांधीनगर स्टेशन पुर्नविकास के कार्य निष्पादित हुए। उन्होंने उपरोक्त सभी कार्यदायी संस्थाओं के साथ बेहतर समन्वय स्थापित किया ताकि रेल इन्फ्रास्ट्रक्चर के कार्यों में अभूतपूर्व प्रगति संभव हो सकी। उन्होंने मुख्य इंजीनियर / निर्माण के अपने कार्यकाल में प्रयागराज महाकुम्भ 2019 में इन्फ्रास्ट्रक्चर के कार्यों यथा स्टेशन परिसार में 4 विशाल यात्री शेड, एफओबी को जोड़ने के लिए स्काईवॉक, मल्टीस्टोरी बिल्डिंग एवं अनेक सडक उपरिगामी पुलों का समयबद्ध निर्माण कराया ताकि महाकुम्भ का सफल आयोजन संभव हो सके। उन्हें कंक्रीट स्लीपर उत्पादन एवं ट्रैक मशीनों की ओवरहॉलिंग का भी अनुभव है।

श्री आशुतोष को वर्ष 2017 में रेल मंत्री राजभाषा पुरुस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। उनका लक्ष्य रेल संचालन में संरक्षा, समय पालन, यात्री सुविधाओं में विकास के साथ साथ रेल इन्फ्रास्ट्रक्चर के कार्यों को विभिन्न कार्यदायी संस्थाओं के साथ बेहतर समन्वय के द्वारा गति प्रदान करना है तथा अपने मानव संसाधन को कार्य का बेहतर वातावरण उपलब्ध कराना है।