– पचास हजार का था इनाम, नवाबाद व एसटीएफ को मिली सफलता
झांसी। चार साल पहले न्यायालय से फरार हुए होशियार सिंह की होशियारी अधिक दिन तक नहीं चली। आखिर उसे झांसी पुलिस ने पकड़ने में सफलता हासिल कर ली। जिसका खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि पकड़े गये आरोपी पर फरार होन के बाद 50 हजार रुपए का ईनाम घोषित किया गया था।
झांसी एसएसपी शिवहरि मीना के निर्देशन में चल रहे अभियान के तहत थाना नवाबाद की विश्वविद्यालय चौकी प्रभारी अनुराग अवस्थी और मंडी चौकी प्रभारी जितेन्द्र सिंह तक्खर अपनी टीम के साथ गश्त करते हुए फरार बदमाशों की तलाश के लिए चैकिंग कर रहे थे। इसी दौरान उन्हेंं प्रभारी एसटीएफ कानपुर उप निरीक्षक राजेश कुमार अपनी टीम के साथ मिले। इस दौरान उन्हें जानकारी मिली कि झांसी बस स्टैंड पर न्यायालय अभिरक्षा से फरार आरोपी कहीं जाने की फिराक में है। सूचना को गम्भीरता से लेते हुए संयुक्त पुलिस टीम बताये गये स्थान पर घेराबंदी की और आरोपी को भागते समय दबोच लिया। पूछतांछ में पकड़े गए आरोपी ने अपना नाम होशियार सिंह उर्फ रघुवा निवासी सरवां थाना बबीना झांसी बताया।
 एसएसपी ने बताया कि वर्ष 2014 में होशियार सिंह को अपने ही गांव में हुई हत्या के आरोप में झांसी जिला कारागार में बंद किया गया था। वर्ष 2016 में वह पेशी पर न्यायालय आया हुआ था। जहां उसने देखा न्यायालय परिसर में लॉकअप में बंद उसके कैदी साथी रोशनदान की खिड़की तोड़कर भाग रहे हैं। इस पर मौके का फायदा उठाकर वह भी रफूचक्कर हो गया। झांसी से भागने के बाद वह मध्य प्रदेश में जिला भिंड के लहार पहुंच गया और पुलिस की आंखों में धूल झोंकते हुए मजदूरी करने लगा। इधर, खिड़की तोड़ कर भागे दो कैदियों को तो पकड़ लिया गया था पर होशियार सिंह व सूरज अहिरवार की तलाश जारी थी। दोनों पर झांसी पुलिस ने 50-50 हजार रुपए इनाम घोषित कर दिया गया था।
एसएसपी ने बताया कि शनिवार को होशियार सिंह अपनी पत्नी और बच्चों से मिलने के लिए लहार से झांसी आकर अपने गांव सरवां जा रहा था कि पुलिस टीम के हत्थे चढ़ गया।