आइस्मा को लम्बे संघर्ष के बाद मिली सफलता, खुशी की लहर

झांसी। उमरे के झांसी मंडल में ओरछा-मटोन्ध खंड में स्टेशन मास्टर्स के ड्यूटी रोस्टर में 6 सितंबर 2021 के रात 12 बजे से परिवर्तन हो जाएगा। इस खंड के दस स्टेशन पर अब स्टेशन मास्टर्स को 12 घंटे के बजाय 8 घंटे की ड्यूटी ही करनी पड़ेगी। आल इंडिया स्टेशन मास्टर्स एसोसिएशन झांसी मंडल इसके लिए लंबे समय से संघर्ष कर रही थी, जिसमें अब जाकर सफलता मिलने से खुशी की लहर है।

गौरतलब है कि झांसी-मानिकपुर सिंगल ट्रैक पर 25 से अधिक छोटे-बड़े स्टेशन हैं। इस रूट पर गाड़ियों की संख्या कम होने के कारण रेल प्रशासन ने ओरछा, बरुआसागर, निवाड़ी, टेहरका, रानीपुर रोड, रोरा, बेलाताल, कुलपहाड़, कबरई व मटौंध स्टेशन पर स्टेशन मास्टरों की ड्यूटी का 12 घंटे का रोस्टर बना रखा है। सुबह आठ बजे से रात आठ बजे तक और रात आठ बजे से सुबह आठ बजे तक रोस्टर चल रहा है जबकि इस रूट के बाकी स्टेशनों पर आठ घंटे के रोस्टर का प्रावधान है। अब इस ट्रैक पर ओएचई लाइन डलने के बाद से ट्रेनों व मालगाड़ियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। हर स्टेशन पर इलेक्ट्रॉनिक इंटरलाकिंग होने के बाद से ट्रेनों की गति भी बढ़ गई है। रेल प्रशासन ने भी स्टेशन मास्टरों की समस्या को देखते हुए उक्त स्टेशनों पर भी आठ घंटे का रोस्टर लागू कर दिया है। इस संबंध में सहायक कार्मिक अधिकारी शैलेंद्र श्रीवास्तव ने आदेश जारी कर नया 8 घण्टे का रोस्टर इस खंड के सभी 10 स्टेशनों पर भेज दिया गया है। वरिष्ठ मंडल परिचालन अधिकारी द्वारा इसे 6 सितंबर के 00 बजे से लागू करने का मैसेज आदेश शुक्रवार को जारी कर दिया गया है।

आइस्मा झांसी इसके लिए 2006 से लगातार संघर्ष कर रही थी। 27 जुलाई से 29 जुलाई 2006 को इसके लिए बेलाताल स्टेशन पर कार्य अध्ययन कराया गया था जिसमे प्रशासन द्वारा कुछ मिनट कम रह जाने पर इसे नही माना था जिसके लिए आइस्मा ने अपील कानपुर में केंद्रीय श्रमायुक्त को की जिन्होंने इसे सही माना जिसके जबाब में प्रशासन द्वारा मुख्य केंद्रीय श्रमायुक्त नई दिल्ली को अपील की ,उनके द्वारा इस मामले का फिर से एक बार पुनः कार्य अध्ययन कराने का आदेश दिया गया तब पुनः 30 अक्टूबर 2018 से 1 नवंबर 2018 को बेलाताल स्टेशन पर कार्य अध्ययन कराया गया जिसमें कार्य के घंटे 10,30 मिनट निकले तभी से यह आदेश को प्रभावी बनाने के लिए आइस्मा लगातार कोशिश कर रही थी। झांसी मंडल परिचालन एवम कार्मिक विभाग द्वारा स्टेशन मास्टर्स की बिना अतिरिक्त नियुक्ति किये इस रोस्टर को लागू कराने के लिए सहमति दी गई फिर उत्तर मध्य रेल मुख्यालय प्रयागराज में ये फ़ाइल काफी समय विलंबित रही जिसके लिए आइस्मा के केंद्रीय उपाध्यक्ष ए एन तिवारी एवं जोनल अध्यक्ष एस एस परिहार लगतार प्रयास करते रहे तब जाकर मुख्यालय द्वारा 29 अप्रैल 2021 को इसके लिए अनुमोदन किया इस टिप्पणी के साथ कि जब इस खंड में नियमित रेल संचालन चालू हो जाएगा तब इसे लागू किया जाए किंतु कोरोना काल मे रेल संचालन बंद होने के कारण यह लागू न हो सका। जब 6 जुलाई को इस खंड की समस्त पैसेंजर एवम मेल, माल गाड़ियां चलने लगीं तब पुनः आइस्मा के प्रतिनिधि मंडल ने वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक एवम वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी से इसके लिए निवेदन किया और उनके द्वारा आल इंडिया स्टेशन मास्टर्स एसोसिएशन की इस वर्षो पुरानी मांग को पूरा करने हेतु आदेश जारी किए गए हैैं।
आल इंडिया स्टेशन मास्टर्स के मंडल सचिव अजय दुबे ने इसके लिए वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक एवम वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी के साथ परिचालन एवम कार्मिक विभाग के समस्त पर्यवेक्षकों, संचालन निरीक्षकों जिन्होंने इस कार्य मे अपना असीम सहयोग प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से दिया है उन सभी का आभार व्यक्त किया है ।