– एनसीआर के दो प्रशिक्षण केन्द्र-बीटीसी और एसटीसी झांसी में

नई दिल्ली/झांसी। अश्विनी वैष्णव रेल मंत्री, संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी द्वारा आजादी का अमृत महोत्सव के 75 साल के उपलक्ष्य में रेलवे प्रशिक्षण संस्थानों के माध्यम से उद्योग प्रासंगिक कौशल में प्रवेश स्तर का प्रशिक्षण प्रदान करके युवाओं को सशक्त बनाने के लिए रेल कौशल विकास का शुभारंभ किया I प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई) के तत्वावधान में आज रेल भवन में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया । इस अवसर पर सुनीत शर्मा, अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी, रेलवे बोर्ड तथा रेलवे के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

इस अवसर पर बोलते हुए अश्विनी वैष्णव ने कहा “यह एक शुभ दिन है क्योंकि विश्वकर्मा जयंती पूरे देश में मनाई जा रही है। उन्होंने प्रधानमंत्री को जन्मदिन की बधाई भी दी। उन्होंने प्रधानमंत्री को उनके जन्मदिन पर रेल कौशल विकास योजना को रेलवे के उपहार के रूप में समर्पित किया। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि रेल कौशल विकास योजना के तहत दूरस्थ क्षेत्रों में प्रशिक्षण दिया जाए। युवाओं को प्रशिक्षण प्रक्रिया का आनंद लेना चाहिए। “

बताया गया कि तीन साल की अवधि में 50000 उम्मीदवारों को प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। प्रारंभ में, 1000 उम्मीदवारों को प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। प्रशिक्षण चार ट्रेडों में प्रदान किया जाएगा अर्थात इलेक्ट्रीशियन, वेल्डर, मशीनिस्ट और फिटर। इसमें 100 घंटे का प्रारंभिक बुनियादी प्रशिक्षण शामिल होगा। क्षेत्रीय मांगों और जरूरतों के आंकलन के आधार पर क्षेत्रीय रेलवे और उत्पादन इकाइयों द्वारा अन्य ट्रेडों में प्रशिक्षण कार्यक्रम जोड़े जाएंगे। प्रशिक्षण नि:शुल्क प्रदान किया जाएगा और प्रतिभागियों का चयन मैट्रिक में अंकों के आधार पर एक पारदर्शी तंत्र का पालन करते हुए ऑनलाइन प्राप्त आवेदनों में से किया जाएगा। 10वीं पास और 18-35 साल के बीच के उम्मीदवार आवेदन करने के पात्र होंगे। हालांकि इस प्रशिक्षण के आधार पर योजना में भाग लेने वालों का रेलवे में रोजगार पाने का कोई दावा नहीं होगा।

देश भर के युवाओं को इस योजना में शामिल करने के लिए, उपरोक्त ट्रेडों में प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए देश भर में फैले 75 रेलवे प्रशिक्षण संस्थानों को शॉर्टलिस्ट किया गया है। यह योजना न केवल युवाओं की रोजगार क्षमता में सुधार करेगी बल्कि स्वरोजगार के कौशल को भी उन्नत करेगी और जो पुन: कौशल और अप-स्किलिंग के माध्यम से ठेकेदारों के साथ काम कर रहे हैं और स्किल इंडिया मिशन में योगदान करते हैं।

योजना के तहत एनसीआर के दो प्रशिक्षण केंद्र, दोनों झांसी में स्थित हैं। जहां बेसिक ट्रेनिंग सेंटर (बीटीसी) झांसी इलेक्ट्रीशियन और मशीनिस्ट ट्रेड में प्रशिक्षण प्रदान करेगा, वहीं सुपरवाइजर ट्रेनिंग सेंटर (एसटीसी) झांसी वेल्डर और फिटर ट्रेड में प्रशिक्षण प्रदान करेगा।

एनसीआर ने 25अगस्त 21 को एक अधिसूचना जारी कर प्रतिभागियों के नामांकन के लिए कहा। इसके परिणामस्वरूप 302 आवेदन प्राप्त हुए। 18 कार्य दिवसों के प्रशिक्षण के पहले चरण के दौरान, जो 13 सितंबर से शुरू हुआ है और 05 अक्टूबर 21 तक जारी रहेगा। मशीनिस्ट, वेल्डर, इलेक्ट्रीशियन और फिटर ट्रेड के लिए 60 प्रशिक्षुओं यानी 15 प्रत्येक के लिए स्लॉट की योजना बनाई गई थी। इनमें से 52 शामिल हो गए हैं और प्रशिक्षण ले रहे हैं। 60 का अगला बैच 8 नवंबर से 1 दिसम्बर तक शुरू होगा

इस दौरान एमआर द्वारा रेल कौशल विकास योजना के औपचारिक शुभारंभ पर वीडियो लिंक के माध्यम से बीटीसी और एसटीसी रेल भवन से जुड़े रहे। मुख्य कारखाना प्रबंधक (वैगन रिपेयर) झांसी आर.डी.मौर्य, वरिष्ठ मंडल सिग्नल एवं दूरसंचार इंजिनीयर अमित गोयल, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक (द्वितीय) अखिल शुक्ल, उप निदेशक शिवेंद्र, मंडल सिग्नल एवं दूरसंचार इंजिनीयर जी आर राजपूत, मंडल कार्मिक अधिकारी रविन्द्र कुमार, जनसंपर्क अधिकारी मनोज कुमार सिंह, वरिष्ठ प्रचार निरीक्षक प्रदीप सुडेले, जीतेंद्र शर्मा वरिष्ठ लेक्चरर, अभिषेक श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे I