– उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल ने ज्ञापन सौंपा

झांसी। खाद्य तेल एवं तिलहन पर स्टॉक लिमिट किए जाने के आदेश को निरस्त करने व विशिष्ट गल्ला मंण्ङी भोजला मे मतगणना को रोकने की मांग को लेकर उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने जिलाधिकारी के माध्यम से उत्तर प्रदेश सरकार को ज्ञापन दिया।

ज्ञापन के माध्यम से बताया गया कि शासन द्वारा जारी आदेश में जिस प्रकार से स्टॉक लिमिट किए जाने का प्रावधान किया गया है, उससे व्यापारियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ेगा । इसके अलावा जो फसल तैयार है उसे किसान बाजार में बेचने के लिए आना चाहता है , उसे भी उचित मूल्य नहीं मिल पाएगा। दरअसल, राज्य सरकार ने जो स्टॉक लिमिट किए उसके अनुसार खाद्य तेलों के खुदरा विक्रेता 10 कुंटल का थोक विक्रेता 250 कुंतल तक स्टॉक कर सकेंगे। तिलहन में खुदरा विक्रेता 50 कुंटल एवं थोक विक्रेता 500 कुंटल स्टॉक कर सकेंगे।

ज्ञापन में व्यापारियों ने बताया कि यदि थोक विक्रेता तेल का ऑर्डर देता है, तो एक ट्रक में 24 से 30 टन तक आएगा। ऐसे में एक ही ट्रक पर केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा जारी की गई स्टॉक लिमिट को व्यापारी क्रॉस कर देगा। ऐसा करने पर वह लिमिट पार करने का अपराध करेगा और उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। यह कार्रवाई व्यापारी को उत्पीड़न करने वाली है। ज्ञापन में कहा गया कि यदि सीजन पर तिलहन की खरीदारी नहीं हुई और ऑफ सीजन पर खरीदारी हुई, तो इससे दाम बढ़ जाएंगे। ज्ञापन में स्टॉक लिमिट को समाप्त किए जाने की मांग की गई। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष उमेश गुप्ता, अजीत राय, उपाध्यक्ष नरेश गुप्ता उर्फ राजू रक्सा, मुकेश गुप्ता, नरेश गुप्ता, नितिन सरावगी, पुनीत अग्रवाल, मुकेश अग्रवाल अशोक अगृवाल, संतोष गुप्ता, कंचन आहूजा, जीतू सोनी, प्रदीप त्रिपाठी, आदर्श गुप्ता, जयकिशन, मुकेश गुप्ता, प्रेमानी, बालकिशन तौला, अनिल दुबे, मनोज रेजा, राकेश रावत, अतुल किल्पन, शत्रुघ्न साहू, संजीव सोनी, प्रमोद नाहर, रमेश चन्द्र गुप्ता आदि बड़ी संख्या में पदाधिकारी मौजूद रहे।