थाना पुलिस मामला 5 दिन दबाए रही, एस एस पी के हस्तक्षेप पर रिपोर्ट

झांसी। जनपद के चिरगांव थाना पर पुलिस क्वार्टर के अंदर महिला सिपाही की ननद के साथ एक सिपाही ने दुष्कर्म किया। हद तो तब हो गई जब दुष्कर्मी आरोपी सिपाही पीड़िता को जान से मार देने की धमकी देता रहा और संबंधित थाना पुलिस पीड़िता की मदद के बजाय वीआईपी दौरे की आड़ में घटना को पांच दिन तक दबाए रही।

बताया गया है कि कन्नौज निवासी महिला ने पुलिस को बताया कि उसकी बहू झांसी में सिपाही है। उसकी मदद के लिए कुछ दिन पहले वह अपनी पुत्री के साथ यहां आई थी। 16 नवंबर की रात करीब साढ़े ग्यारह बजे सिपाही गौतम निवासी भोरजापुर थाना विशुनगढ़, कन्नौज ने उसकी पुत्री को बहाने से बुलाया। इसके बाद वह उसे अपने सरकारी क्वार्टर में जबरदस्ती घसीटकर ले गया। वहां सिपाही ने उसका मुंह बंद करके उसके साथ दुष्कर्म किया। आरोपी ने युवती को घटना के बारे में किसी से बताने पर जान से मारने की धमकी दी। सिपाही के चंगुल से मुक्त होने पर पीड़िता ने यह बात अपनी मां को बताई। घटना के बारे में परिजनों को पता चला तो उनके होश उड़ गए। उन्होंने थाना पुलिस से शिकायत कर कार्यवाही की गुहार लगाई, किंतु प्रधानमंत्री के झांसी आगमन के चलते पुलिस मामले को दबाए रही।

इसके बाद पीड़ित पक्ष ने एस एस पी से शिकायत की। इस पर पांच दिन बाद जाकर पुलिस ने आरोपी सिपाही के खिलाफ 376, 506 के तहत मामला दर्ज किया। सोमवार को एसएसपी शिवहरि मीना ने भी घटना को लेकर पुलिसकर्मियों से पूछताछ की। आरोपी सिपाही को गिरफ्तार कर लिया गया है।