एंटीकरप्शन टीम की कार्रवाई से राजस्व अमले में खलबली

झांसी। तहसील सदर के टांकोरी मौजे में ज़मीन के दाख़िल-खारिज कराने के नाम पर जीआरपी के सिपाही से रिश्वत मांग लें रहे लेखपाल को एन्टी करप्शन टीम ने रंगे हाथों दबोच लिया। इसकी भनक लगते ही राजस्व अमले में खलबली मच गई। आरोपी लेखपाल को गिरफ्तार कर थाना सीपरी बाजार में विधिक कार्यवाही की गई।
दरअसल, जीआरपी बाँदा में तैनात सिपाही रवि पुत्र धर्म दास निवासी गुदरी ने तहसील सदर के टांकोरी मौजे में जमीन खरीदी है। इसी जमीन का दाखिल-खारिज कराने कुछ दिन पहले सिपाही तहसील गए पहुंचा और मौजे के लेखपाल बद्रीप्रसाद दीक्षित मूल निवासी निवासी एवानी टोड़ी फतेहपुर से मिला। लेखपाल ने सिपाही से दाखिल खारिज कराने के लिए छह हजार रुपये रिश्वत मांगी। इसकी शिकायत सिपाही ने एन्टी करप्शन विभाग से की। टीम प्रभारी इंस्पेक्टर अम्बरीष यादव ने शिकायत की सत्यता की परख कर कार्यवाही के लिए अनुमति मांगी। इस मामले में जिलाधिकारी की अनुमति के बाद टीम का गठन किया गया।

टीम ने जाल बिछाया और सोमवार को दोपहर लगभग 12.30 बजे सिपाही रवि से रिश्वत की राशि लेने के लिए लेखपाल को फोन कराया। लेखपाल ने रवि को अपने रायगंज स्थित घर पर रुपये देने के लिए बुलाया। रवि के साथ विभाग की टीम भी सादे लिबास में पहुँच गयी। जैसे ही लेखपाल ने सिपाही से रंग का पाउडर लगे छह हजार रुपये लिए टीम ने उसे दबोच लिया। लेखपाल के साथ धुलवाए तो लाल हो गए। एंटीकरप्शन टीम ने मौके पर कार्रवाई करते हुए लेखपाल को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद लेखपाल को सीपरी बाजार थाने लाकर उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
टीम में यह रहे शामिल – टीम प्रभारी अम्बरीष यादव, इंस्पेक्टर सुरेंद्र सिंह, इंस्पेक्टर संजय सिंह, एसआई इसरार खान, हेका.बीना सिंह, राजबहादुर सिंह, सुरेंद्र प्रताप सिंह, का.इरशाद खान, चालक निरंजन सिंह।