– सिंगर-एक्ट्रेस सलमा आगा, अभिनेता दिलीप ताहिल व फाइट मास्टर रवि दीवान को मिला लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड

खजुराहो (संवाद सूत्र)। पहले दिन रंगारंग कार्यक्रमों से झूमते सातवें खजुराहो अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव की दूसरी शाम सुप्रसिद्ध अभिनेत्री एवं गायिका सलमा आगा के नाम रही जिन्होंने मंच के माध्यम से निकाह फिल्म का वह प्रसिद्ध गीत ”दिल के अरमां आंसुओं में बह गए” गाकर लोगों का दिल जीत लिया, वहीं दिलीप ताहिल ने भी कुछ डायलॉग सुनाकर तालियां बजाने के लिए मजबूर कर दिया । दूसरे दिन की प्रस्तुतियां देकर रात तक जलवा बिखेरती रहीं।

इस अवसर पर सिंगर-एक्ट्रेस सलमा आगा, अभिनेता दिलीप ताहिल व फाइट मास्टर रवि दीवान को लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड दिया गया। फिल्म मशाल, जोधा अकबर जैसी हिन्दी फिल्मों में स्टंट करे वाले फाइट मास्टर और फिल्म निर्देशक रवि दीवान को भी लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से नवाजा गया। फिल्म खलनायक और अभिनेता दिलीप ताहिल ने फिल्म कयामत से कयामत तक का डायलॉग सुनाकर फेस्टिवल की शाम की महफिल जमाई। डायलॉग के साथ पूरा परिसर तालियों से गूंज उठा। जहां सलमा आगा ने दिल के अरमां आसंओं में बह गए गाना गाकर हिंदी सिनेमा की चमक बिखेर दी।
लोकगीत व फिल्मी गानों ने बटोरी तालियां
फेस्टिवल क दूसरी शाम पन्ना और छतरपुर के कलाकारों की लोकनृत्य की प्रस्तुति से शुरुआत हुई। खजुराहो के पाहिल वाटिका के मुक्ताकाशी मंच पर कार्यक्रम की शुरुआत में पन्ना, नौगांव तथा छतरपुर के कलाकारों ने लोकगीत की प्रस्तुति दी। पन्ना के कलाकारों ने लोकगीत गोरी झुमका मगाय लय बरेली की प्रस्तुति देरर लोकगीत का लोहा मनवाया। इसके बाद माया नगरी मुंबई से आए कलाकारों ने फिल्मी गाना टिप टिप बरसा पानी की धुन पर शानदार ड्रांस की प्रस्तुति देकर रंग जमा दिया।

मंत्री व समाजसेवियों का हुआ सम्मान
कार्यक्रम में राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि वे मुख्यमंत्री से खजुराहो फिल्म फेस्टिवल में शासन की पूरी मदद के लिए कहेंगे। उन्हें कार्यक्रम के आयोजक राजा बुन्देला ने स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया। कार्यक्रम में छतरपुर के सामाजिक कार्यकर्ता शंकर सोनी, विक्षिप्तों पर सराहनीय काम करने वाले डॉ. संजय शर्मा, डॉ. सुभाष चौबे को मंच पर सम्मानित भी किया गया। फेस्टिवल की दूसरी शाम अभिनेत्री सुस्मिता मुखर्जी सहित अन्य फिल्मी कलाकार भी मौजूद रहे।

एनबीआर सिनेमा का मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने किया उद्घाटन
खजुराहो स्थित एनबीआर सिनेमा हॉल का राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने शुभारंभ किया और फिल्म अभिनेता राजा बुंदेला के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने आश्वस्त किया कि वे मुख्यमंत्री से खजुराहो फिल्म फेस्टिवल में शासन की पूरी मदद के लिए कहेंगे। उन्होंने कहा कि खजुराहो में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा व फिल्म सिटी बनवाने का प्रयास किया जाएगा। ‌ इस अवसर पर उन्होंने एनबीआर सिनेमा में कुछ समय बैठकर दर्शकों के साथ एक फिल्म का भी आनंद लिया । गोविंद सिंह राजपूत ने एनबीआर सिनेमा हॉल की प्रशंसा करते हुए कहा कि निश्चित रूप से यहां स्थित यह सिनेमा हॉल महानगरों की तर्ज पर इसका निर्माण हुआ है तथा इंटरनल डेकोरेशन बहुत ही सुंदर तरीके से किया गया है , विदित हो कि खजुराहो अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के तहत यहां पर 5 दिसंबर से 11 दिसंबर तक सुनिश्चित की गई फिल्मों का प्रदर्शन किया जाएगा जिसमें प्रवेश शुल्क है । इस अवसर पर सुप्रसिद्ध फिल्म अभिनेता व खजुराहो अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के प्रमुख कर्ता-धर्ता राजा बुंदेला, सुष्मिता मुखर्जी, निर्माता श्रीराम बुंदेला , विराज तिवारी, दिनेश कुमार, जगमोहन के अलावा एनबीआर सिनेमा हॉल के ऑनर आलोक चौरसिया एवं निश्चल चौरसिया तथा उनका परिवार तथा गणमान्य जन पत्रकार गण तथा खजुराहो अंतरराष्ट्रीय फिल्म से जुड़े हुए लोग उपस्थित रहे ।
फ़िल्में देखने उमड़े दर्शक – खजुराहो अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में प्रथम दिन सत्य काम आनंद जी की फिल्म 1943 दिखाई गई इस फिल्म में क्रांतिकारियों के संगठन की रणनीति को बहुत ही सुंदर ढंग से सलमान के किया गया है दूसरी फिल्म महरूम जिसके निर्देशक पंकज खजूरिया जी हैं निर्माता पवन भारती जी हैं इस फिल्म में एक बच्ची जो अपने मां के प्यार से अपने पिता के प्यार से मेहरूम रहती है उसकी यात्रा को बहुत ही सुंदर ढंग से चित्र अंकित किया गया है इसी क्रम में राहुल कुमार शुक्ला के फिल्म उपन्यास प्रमोद गुप्ता की फिल्म सफर शिवा भैया के फिल्म डोंगरा सचान की फिल्म शराबी सुनील सोनिया जी की फिल्म आरोग्यं एवं अनुगूंज दिखाई गई।