झांसी। उमरे के झांसी मंडल के धौर्रा व जाखलौन और बिजौली व खजराहा स्टेशन के बीच बर्फीली ठंड से सोमवार को तड़के ठंड से दो स्थानों पर रेल फ्रैक्चर हो गए। संयोग से समय रहते इसका पता चल जाने से कोई हादसा नहीं हो सका। इन घटनाओं के कारण छह ट्रेनें व पांच मालगाड़ियां लेट हो गईं।

सोमवार सुबह पांच बजे एक मालगाड़ी ललितपुर सेक्शन के धौर्रा से जाखलौन स्टेशन की तरफ बढ़ रही थी, तभी लोको पायलट को किलोमीटर नंबर 1015/08 पर बायीं तरफ जर्क महसूस हुआ। इसकी सूचना लोको पायलट ने जाखलौन स्टेशन पहुंचने पर स्टेशन मास्टर को दी। इस सूचना के बाद ट्रेनों को मौके से दस किलोमीटर प्रति घंटा की धीमी गति से गुजारना शुरू किया गया। मौके पर पहुंचे इंजीनियरिंग स्टाफ ने रैल फ्रैक्चर के लगभग एक किलोमीटर पहले लाल झंडी लगा दी। इसके बाद कर्मचारियों ने टूटी पटरी को वेल्डिंग कर दुरुस्त किया। इस घटना के कारण 12617 मंगला एक्सप्रेस 15 मिनट, 20807 हीराकुंड एक्सप्रेस 35 मिनट, 12625 केरला एक्सप्रेस 15 मिनट व 15030 गोरखपुर साप्ताहिक एक्सप्रेस 35 मिनट लेट हो गई। इसी तरह पांच मालगाड़ियां भी औसत करीब 30 मिनट लेट हो गईं।

इसी दिन लगभग सुबह सात बजे बिजौली-खजराहा स्टेशन के बीच कीमैन ने जांच के दौरान किलोमीटर नंबर 1131/17 पर चटकी पटरी को देख लिया। कीमैन ने तुरंत ही लाल झंडी लगाकर 22537 कुशीनगर सुपर फास्ट एक्सप्रेस को टूटी पटरी से पहले रोक लिया। सूचना पर रेल पथ निरीक्षक स्टाफ के साथ मौके पर पहुंच गए। ट्रेन को धीमी गति से आगे बढ़ा दिया गया। बाद में टूटी पटरी को दुरुस्त किया गया।

इसी तरह शनिवार की सुबह रेलवे स्टेशन पर प्लेटफार्म एक से आरआरआई केबिन की तरफ जाने वाली लाइन पर किमी नंबर 1127/ 13 पर फ्रैक्चर हो गया। समय रहते फ्रैक्चर का पता लगाने कोई अप्रिय घटना नहीं हो सकी।   यह फ्रैक्चर प्वाइंट्समैन की नजर में आ गया। सूचना मिलने पर उक्त रेल लाइन का संचालन रोक दिया गया। इसके बाद रेल पथ निरीक्षक ने अधीनस्थ कर्मचारियों के साथ मौके पर पहुंचकर पटरी की वेल्डिंग कर उसे दुरुस्त करवाया। गौरतलब है कि रात में कड़ाके की ठंडक के कारण पटरी सिकुड़ने लगती है। ऐसे में पटरी चटकने की घटनाएं बढ़ने से खतरा भी बढ़ जाता है।  हालात को देखते हुए सर्दियों में रात में ट्रैकमैन व पेट्रोल मैन की जिम्मेदारी बढ़ जाती है। वह पेट्रोलिंग के दौरान बार- बार पटरियों की जांच करते रहते हैं। वक्त पर पता न लगने पर यह दुर्घटना का भी कारण बन जाती है।