– झांसी-भीमसेन खंड पर तीसरी लाइन का कार्य जून 22 तक पूर्ण हो जाएगा

– फोरेंसिक रिपोर्ट से होगा दुर्ग एक्सप्रेस अग्नि काण्ड का खुलासा

झांसी। उमरे महाप्रबंधक प्रमोद कुमार ने बताया कि झांसी में निर्माणाधीन कोच नवीनीकरण कारखाना अगस्त 2022 तक पूर्ण करने का लक्ष्य है। जिस तरह से कारखाना में कार्य प्रगति पर है उससे तय समय सीमा में काम पूर्ण हो जाएगा।

महाप्रबंधक कोच नवीनीकरण कारखाना के निरीक्षण के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। हेतमपुर स्टेशन पर दुर्ग एक्सप्रेस में आग प्रकरण की जांच के सवाल पर उन्होंने बताया कि सिर्फ फोरेंसिक जांच रिपोर्ट आना बाकी है, इसके बाद खुलासा हो जाएगा। एक अन्य सवाल पर उन्होंने बताया कि झांसी-भीमसेन खंड पर तीसरी लाइन का कार्य जून 22 तक पूर्ण हो जाएगा। उन्होंने बताया कि लाइन बाक्स के हटाने के के मामले में यूनियन नेताओं से बात चल रही, कामन नतीजे पर पहुंचने पर निर्णय लिया जाएगा।

उन्होंने बताया कि रेलवे के अण्डर पास में जल भराव की समस्या के समाधान के लिए सुधार किया जा रहा है और अगले वर्ष तक समाधान हो जाएगा। उन्होंने बताया कि कोरोना के तीसरे वेरियंट से बचने के लिए दिशानिर्देश के अनुसार एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं। बेड रोल ट्रेन में देने की तैयारी थी, किंतु कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए इस पर रोक लगा दी गई है। प्लेटफार्म व ट्रेन में अवैध वेंडिंग की शिकायतों पर जीएम ने कहा कि अवैध वेंडिंग क्राइम है और इस पर अंकुश लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं। किसी कीमत पर अवैध वेंडिंग नहीं होने दी जाएगी और जो भी इसमें लिप्त है उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने मीडिया को बताया कि यात्री सुविधाओं में बढ़ोतरी के क्रम में हबीबगंज स्टेशन की तर्ज पर ग्वालियर, कानपुर, प्रयागराज स्टेशनों का रीडेवलपमेंट किया जाएगा। इसकी स्वीकृति के साथ सप्लीमेंट्री बजट स्वीकृत हो गया है। इसके अलावा झांसी, आगरा, मथुरा स्टेशनों के भी रीडेवलपमेंट की आवश्यकता महसूस की जा रही है। इस दौरान डीआरएम सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

रेल अस्पताल का औचक निरीक्षण से अफरातफरी

मीडिया से वार्ता के बाद जीएम अचानक मंडलीय रेल अस्पताल जा पहुंचे। इससे अस्पताल में चिकित्सकों, स्वास्थ्य कर्मियों में अफरातफरी मच गई। उन्होंने मरीज व तीमारदारों से बातचीत की और स्वास्थ्य सेवाओं, उपकरणों के हाल जाने। इस दौरान गंदगी सहित कुछ कमियों के प्रकाश में आने पर भृकुटी तान दी।