झांसी। समाजवादी पार्टी के बबीना विधानसभा क्षेत्र के युवा प्रत्याशी यशपाल सिंह यादव ने समर्थकों के काफिले के साथ सोमवार को बबीना विधानसभा के कई गांवों में जनसंपर्क अभियान चलाया। इस दौरान उन्होंने मतदाताओं से प्रत्येक वर्ग के कल्याण के लिए साइकिल का बटन दबाकर समाजवादी पार्टी को विजई बनाने की अपील की।

बबीना विधानसभा क्षेत्र के ग्राम अटरियन, सैयर, काशीनगर, डगरिया, बंडा, चमरउआ, कोटी, मुरारी आदि गांवों में मतदाताओं से संपर्क के दौरान यशपाल सिंह यादव ने कहा कि पिछले 5 सालों में भारतीय जनता पार्टी की सरकार के रहते उनके विधायक ने विधानसभा क्षेत्र को पूरी तरह से उपेक्षित रखा, जिसका दुष्परिणाम यह हो रहा है कि आज हर गांव मूलभूत सुविधाओं के लिए तरसने पर मजबूर है। गांवों के संपर्क मार्गो की हालत खराब है, पेयजल व्यवस्था के नाम पर गांव वालों को आश्वासन का मात्र झुनझुना पकड़ाया जाता रहा। बिजली के भारी-भरकम बिल गांव के लोगों की रोजी-रोटी पर भारी पड़ रहे हैं। हालत यह है कि गांव के नौजवानों के पास कोई भी काम नहीं है, जिससे वह अपना घर-बार छोड़कर दूसरे प्रदेशों में काम की तलाश में भटकने पर मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना ने ग्रामीणों को दोहरी मार मारी है। दुर्भाग्य यह है कि सरकार ने कोरोना काल में गांव की ओर देखा ही नहीं। देखा होता तो गांव के किसान की हालत आज दयनीय नहीं होती। महंगाई ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है। उस पर हुई अतिवृष्टि तथा ओलावृष्टि ने रही-सही कसर पूरी कर दी। हालत यह है कि बेमौसम बारिश तथा ओलावृष्टि ने किसानों को भुखमरी की कगार पर ला दिया है, लेकिन सरकार की सेहत पर कोई असर नहीं पड़ा। आज तक किसानों को बर्बाद हुई फसल का मुआवजा मिलना तो दूर, सरकार ने उनकी फसलों का सर्वे तक नहीं कराया। खाद के लिए न जाने कितने किसानों की लाइन में लगे लगे जान चली गई, लेकिन सरकार खाद की किल्लत को दूर नहीं कर पाई। आज गांव के लोगों को अखिलेश सरकार की याद आ रही है, जिसने फसल को नुकसान पहुंचते ही किसानों के खाते में मुआवजा राशि भेज दी थी। यह अखिलेश सरकार ही थी, जिसने महंगाई को न केवल नियंत्रित रखा, बल्कि गांवों के साथ-साथ ग्रामीणों की हालत में भी सुधार किया। समाजवादी पार्टी की सरकार में कोई गांव ऐसा नहीं बचा था, जिसमें विकास कार्य नहीं हुए हों, लेकिन भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने आते ही उन सारे विकास कार्यों को रोक दिया। नए विकास कार्यों के नाम पर भारतीय जनता पार्टी और उनके विधायकों के पास कुछ भी नहीं है। उन्होंने कहा कि बिजली के बिलों में बेतहाशा बढ़ोतरी से किसानों तथा आम लोगों को निजात दिलाने के लिए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सरकार बनने पर 300 यूनिट बिजली मुफ्त देने का ऐलान किया है। गांव के नौजवानों को घर न छोड़ना पड़े, इसके लिए 32 लाख नौकरियां देने के वायदे को अपने चुनावी घोषणा पत्र में शामिल किया है। भारतीय जनता पार्टी ने जिन 55 लाख माताओं, बहनों, बुजुर्गों के हाथों से पेंशन छीन ली थी, उस पेंशन को फिर से बहाल करने का संकल्प लिया है। प्रदेश के बजट का 70 फ़ीसदी हिस्सा गांवों में खर्च करने वाली समाजवादी पार्टी की सरकार ने एक बार फिर बजट का भारी हिस्सा गांवों के विकास पर खर्च करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के पास अब कोई मुद्दा नहीं बचा, इसीलिए लोगों को आपस में लड़ाने की साजिश रची जा रही है। भाजपा की इस साजिश से लोगों को सावधान रहने की जरूरत है। चुनाव आने के पहले ही भाजपा के मौजूदा विधायकों ने गांवों के सीधे-साधे लोगों के खिलाफ फर्जी मुकदमेबाजी शुरू कर दी थी। उन्होंने आश्वासन दिया कि भारतीय जनता पार्टी ने जिन-जिन लोगों के खिलाफ फर्जी मुकदमेबाजी की है, उन सभी को समाजवादी पार्टी की सरकार बनने पर न्याय दिलाया जाएगा। समाजवादी पार्टी के युवा प्रत्याशी यशपाल सिंह यादव ने सभी मतदाताओं से साइकिल का बटन दबाकर समाजवादी पार्टी को विजई बनाने तथा उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार बनाने की अपील की।

महिलाओं ने भी सम्भाली जनसंपर्क की कमान
– बबीना विधानसभा क्षेत्र के युवा प्रत्याशी यशपाल सिंह यादव के समर्थन में आज समाजवादी पार्टी की महिला कार्यकर्ताओं ने विधानसभा क्षेत्र के कई ग्रामीण इलाकों में जनसंपर्क कर मतदाताओं से साइकिल का बटन दबाकर समाजवादी पार्टी को विजई बनाने की अपील की। बबीना विधानसभा क्षेत्र के ग्राम खजराहा, बल्लमपुर, बीएचईएल आदि क्षेत्रों में महिलाओं ने रश्मि हयारण तथा किरण यादव के नेतृत्व में जनसंपर्क कर सभी साइकिल को वोट देकर सपा प्रत्याशी यशपाल सिंह यादव को विजई बनाने का अनुरोध किया।