झांसी। कर तक कथित रूप से एक राजनैतिक पार्टी के नेता पर बलात्कार का आरोप लगाकर रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए दरदर भटक रही युवती के आज स्वयं ही अपने बयानों से पलट गई। उसने यह कह कर सनसनी फैला दी कि उसके साथ कोई बलात्कार नहीं हुआ, उसने दूसरों के बहकावे में आकर झूठी शिकायत की थी। इससे साफ होता है कि विधानसभा चुनाव में राजनीतिक लाभ अर्जित करने के लिए कतिपय लोगों द्वारा यह षडयंत्र रचा गया है। पुलिस को इसकी गहराई से छानबीन कर ऐसे लोगों के चेहरे से नकाब हटा कर कार्रवाई करना चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह की कीचड़ उछालने की घटनाएं घटित नहीं हों।

जानकारी के मुताबिक गत दिवस बरूआसागर निवासी एक युवती ने पुलिस अधिकारियों सहित थाना नवाबाद मे शिकायती पत्र देते हुए बताया था की जमीन के मामले को निस्तारण करने का आश्वाशन देकर बड़ागांव के ग्राम पालर निवासी एक पार्टी के नेता ने उसके साथ बलात्कार की घटना को अंजाम दिया और शिकायत करने पर उसे जान से मारने की धमकी दी है। पुलिस ने आरोपी अमित पालर के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी थी। अभी पीड़िता को रिपोर्ट दर्ज कराए चोबीस घंटे भी नही गुजरे थे की सूत्रों के हवाले से खबर मिल रही की यह पूरा मामला राजनेतिक षड्यंत्र के तहत रचा गया। विधान सभा चुनाव के मतदान का दिन नजदीक आते ही किसी प्रत्याशी की छवि को धूमिल करने के लिए विरोधियों द्वारा रची गई साजिश है।

सूत्र बताते है की कथित पीड़ित युवती आज  देर शाम किसी पुलिस अधिकारी के द्वार पर पहुंची ओर उसने बताया है की गत दिवस नवाबाद थाना मे उसने जो शिकायती पत्र दिया था वह किसी के बहकावे में आकर दिया था। उसके साथ कोई गलत काम नहीं हुआ है। उसने यह भी बताया की कुछ लोगों के बहकावे में आकर उसने एक शिकायती दिया था। वह अपने द्वारा गत दिवस दिए गए शिकायती पत्र में कोई कार्यवाही नहीं चाहती। साथ ही चर्चाएं चल रही की इस प्रकरण को एक विधान सभा के चुनाव में खड़े प्रत्याशी की छवि धूमिल करने के उद्देश्य से हवा देना बताया जा रहा। फिलहाल मामला जो भी हो पुलिस विवेचना के बाद ही स्पष्ट होगा की पीड़िता के बयानों में कितनी सच्चाई है।