झांसी। झांसी जिले में इस वित्तीय वर्ष में खनन विभाग में पत्थर और बालू के पट्टों की संख्या 66 से बढ़कर 96 हो गई है। उधर, 36 पट्टे बढ़ने से पिछले साल के मुकाबले खनन विभाग के राजस्व में भी 40 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई है। विभाग के अनुसार ओवरलोडिंग और इससे संबंधित अवैध खनन को रोकने के लिए गुरसराय, गोरामछिया और खैलार में नौ बैरियर लगाए हैं, जहां टीमें मुस्तैदी से काम कर रही हैं। इसके पीछे सरकारी आवास, सड़कों व हाईवे निर्माण से संबंधित योजनाओं में तेजी आने के खनिज विभाग की मुस्तैदी है।
जानकारी के अनुसार पिछले वर्षों की अपेक्षा इस वर्ष सरकार की आवासीय योजनाओं और तमाम सड़कों आदि के निर्माण से विभाग में जहां वर्ष 2021-2022 में पत्थरों के खनन के पट्टों की संख्या 60 से बढ़कर 87 हो गई है वहीं इस वर्ष 27 नए पट्टे हुए हैं। इससे बालू खनन के पट्टों की संख्या छह से बढ़कर 15 हो चुकी है, इसमें इस साल नौ पट्टों की बढ़ोतरी हुई है। इसके अलावा तीन पट्टे पैइरोफ्लाइड डायस्पो (लोहे के भट्टों में काम आने वाला) के हुए हैं। विभाग के अनुसार पट्टों की संख्या बढ़ने और ओवरलोडिंग पर लगाम लगने से एक वर्ष में विभाग को 40 करोड़ रुपये अधिक राजस्व की प्राप्ति हुई है।

बताया गया है कि एक अप्रैल से अब तक की कार्रवाई के तहत 766 गाड़ियां पकड़ी गईं, इनमें अनियमितता पर 43 के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है, इसके अलावा 28 मामलों में परिवाद दाखिल किया गया। अधिकांश मामलों में कंपाउंडिंग (संबधित व्यक्ति द्वारा गलती स्वीकार कर लेना) कराई गई। ये मामले ओवरलोडिंग और एमएम-11 से संबंधित हैं।
बताया गया है कि गिट्टी/ पत्थर और बालू आदि की ओवरलोडिंग आदि पर अंकुश के लिए गुरसराय, गोरामछिया और खैलार में तीन-तीन बैरियर लगाए गए हैं। इन पर तैनात टीमें अवैध रूप से खनन कर ले जा रहीं गाड़ियों पर नजर रख रहे हैं। पिछले एक साल ंमें 766 लोगों पर कार्रवाई की जा चुकी है।