उप्र सफाई मजदूर संघ के जिला अध्यक्ष प्याल ने अधिकारियों को दिखाया आइना, संघर्ष की चेतावनी

झांसी । उत्तर प्रदेशीय सफाई मजदूर संघ के जिलाध्यक्ष अशोक प्याल की अध्यक्षता में सफाई कर्मचारियों की बैठक में शासन द्वारा सुबह 5:00 बजे सफाई कर्मचारियों को हाजिरी पर पहुंचने के आदेश पर चर्चा की गई। बताया गया कि यह आदेश नगर निगम को प्राप्त हुआ, जिसके क्रम में सफाई कर्मचारियों को बिना जानकारी के 1 अप्रैल 2022 को सुबह 5 बजे नगर आयुक्त झांसी व अन्य अधिकारी गण ने सफाई कर्मचारियों की हाजरी चेक करने विभिन्न सफाई सेंटरों पर पहुंच कर हाजिरी चेक की । जिससे तमाम जगह गंदगी व सफाई कर्मचारियों की गैर हाजरी मिली।

जिलाध्यक्ष ने आरोप लगाया कि यह खबर दैनिक समाचार पत्रों में 2 वह 3 अप्रैल 22 को प्रकाशित करा कर पूरे सफाई कर्मचारी वर्ग को नगर आयुक्त ने बदनाम कर दिया है और स्वयं वाहवाही लूट ली परंतु यह गैर हाजिरी कैसे संभव है इस पर नगर आयुक्त ने विचार ही नहीं किया। इससे सफाई कर्मचारी वर्ग झांसी की जनता व समाज में बदनाम हो रहा है । जबकि अचानक सुबह 5 बजे की हाजरी पर नए आदेश के क्रम में देर से आना कारण हो सकता है परंतु नगर आयुक्त महोदय को इस तथ्य पर भी विचार करना चाहिए था कि सफाई कर्मचारी किन सफाई निरीक्षको के अधीन कार्यरत हैं और उनकी क्या जिम्मेदारी है परंतु नगर आयुक्त ने इस तथ्य पर कोई विचार नहीं किया केवल सफाई कर्मचारियों को बदनाम करने का अच्छा व सरल साधन मानकर स्वयं की वाहवाही लूटने का नाजायज मन बना कर काम करना तथा वर्ग विशेष को बदनाम करना अच्छा कार्य नहीं किया है। उन्होंने बताया कि नगर आयुक्त को सफाई व्यवस्था के स्तंभ सफाई निरीक्षक तथा कुछ पार्षद गण इस सफाई व्यवस्था को अवरोधित करने में लिप्त हैं। इस तथ्य को श्रीमान को समझना पड़ेगा। केवल सीधा सफाई कर्मचारी को दोषी ठहराना सरल साधन है परंतु जनता सच्चाई जानती होगी वरना सफाई कर्मचारी गण भी अपने आपकी बदनामी जनता के बीच होने के कारण ऐसी अनुचित कार्रवाई का विरोध करेंगे व संघर्ष करने को बाध्य होंगे ।
जिलाध्यक्ष ने बताया कि जहां तक कूड़े के ढेर सड़कों पर मिलना , “स्मार्ट सिटी” के अंतर्गत कूड़ा उठाने की जिम्मेदारी है तथा नालों की सफाई का टेंडर निर्माण विभाग ठेकेदारो के द्वारा कराता है जिससे दोनों विभागों से करोड़ो की धनराशि खर्च करने के बहाने बंदरबांट की श्रेणी में आती है । इस कारण नगर आयुक्त ने इन दोनों विभागों को छोड़कर केवल सफाई कर्मचारी की हाजिरी और उसके द्वारा सफाई व्यवस्था पर ही अपना प्रभाव जमाने की कोशिश व बदनाम करने की कोशिश की है परंतु वाल्मीकि समाज कर्मशील है , बदनामी बर्दाश्त नहीं करेगा। बदनाम होने का कलंक जो नगर आयुक्त ने झांसी की जनता के बीच रखा है ,उसे धोने का काम अवश्य करेगा।
बैठक में मुन्नालाल करौसिया , कैलाश ड्रेसर, सुभाष माते, ओमप्रकाश बड़े, सुरेश ठेकेदार, दिनेश कुमार पथरौल, शंभू नरवारे, मोहन उर्फ बौरा, प्रकाश चौधरी, नरेश डागौर , कुलदीप पहलवान, शरमन महंत, कुंदन गांचले , प्रमोद पहलवान,जीतू कंजरया ,आकाश, रवि ड्राइवर ,मंगल आदि उपस्थित रहे ।