– रेल मंत्रालय से नहीं आया को संशोधित आदेश, अफसरों के मौखिक आदेश पर लिखा

झांसी। लगभग चार माह पूर्व उमरे के स्टेशन झांसी का नाम बदल कर वीरांगना लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन कर दिए जाने का भले ही काफी समय तक प्रवल विरोध हुआ, किंतु हुआ कुछ नहीं। हाल ही में रेल मंत्री के दौरे पर झांसी आगमन पर सांसद अनुराग शर्मा द्वारा जनता की मांग से अवगत कराते हुए वीरांगना लक्ष्मीबाई के नाम के साथ झांसी जोड़े जाने की अपेक्षा की थी।

रेल मंत्री द्वारा इस पर विचार करने का आश्वासन दिया था। फिलहाल यह आश्वासन अभी तक क्रियान्वित नहीं हो सका है। आश्वासन पाइप लाइन में हैं। आज तक झांसी जोड़े जाने के संबंध में कोई लिखित आदेश नहीं आया है। यात्रियों को गुमराह होने से बचाने के लिए बुधवार को इतना अवश्य कर दिया गया है कि वीरांगना लक्ष्मीबाई स्टेशन के साथ झांसी हिंदी व अंग्रेजी में लिख दिया गया है। यह संशोधन सिर्फ प्लेटफार्म पर लगे नाम शिला पट्ट पर ही किया गया है। यह देख कर झांसी में अफवाह फैला दी गई है कि स्टेशन का नाम वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी हो गया है। इससे लोग गुमराह हो रहे हैं।

इस मामले में रेल प्रशासन की चुप्पी चर्चा में है। यदि रेल मंत्रालय ने नाम परिवर्तन कर दिया है तो इसे बताना चाहिए और यदि नहीं तो भी स्थिति साफ करना चाहिए। जानकारी के अभाव में झांसी लिखे जाने पर लोगों में श्रेय लेने की होड़ लगी है। सोशल मीडिया पर भी भ्रामक प्रचार किया जा रहा है।