झांसी। एक मई मजदूर दिवस के अवसर पर नार्थ सेण्ट्रल रेलवे इम्प्लाईज संघ ने मंडल सचिव भानुप्रताप सिंह चंदेल के नेतृत्व में जुलूस के रूप में मंडल कार्यालय से आरपीएफ पोस्ट के पास स्थित पार्सल कार्यालय से प्लेटफार्म नंबर एक पर श्रमिकों के अधिकारों की नारेबाजी करते हुए वीरांगना लक्ष्मी बाई झांसी स्टेशन के बाहर एकत्र होकर सभा की |
सभा को संबोधित करते हुए भानुप्रताप सिंह चंदेल ने कहा कि 1 मई 1886 को जिन श्रमिकों ने अपने प्राणों की आहुति देकर कामगारों के अधिकारों के लिए चिंगारी सुलगाई थी वो आगे चलकर ज्वाला बनकर धधकने लगी जिसकी तपिश ने ही हम कामगारों को असीमित घंटों काम करने से बचाते हुए आठ घंटे कार्य कराने की सीमा का निर्धारण कराया लेकिन यदि वर्तमान समय में श्रमिक अपने अधिकारों को लेकर सजग नहीं रहा और संघर्ष से पीछे हटा तो वह दिन दूर नहीं जब श्रमिकों का जीवन गुलामों से बदतर स्थिति में पहुँच जाएगा | इसलिए सभी कर्मचारियों को अपने प्राप्त अधिकारों की रक्षा के लिए सदैव संघर्ष के लिए तैयार और एकजुट रहना चाहिए और एक आवाज में कंधे से कंधा मिलाकर संघर्ष में कूद पडना चाहिए |
इस अवसर पर बी के सिंह, आरती तमोरी, इन्द्र विजय सिंह,महेंद्र सेन, संजीवन राय,विक्रम सिंह, जे पी सिंह, अरुण कुमार गुप्ता, राजेश कुमार गुप्ता,विवेक चढ्ढा, देवेन्द्र चतुर्वेदी,पवन शर्मा,सुभाष चंद्र बोस, राजेन्द्र परिहार, सुमित द्विवेदी, मनोज सोनकिया, एन के जैन, घनश्याम श्रीवास, सुशील चौधरी, कालूराम कुशवाहा, पंकज द्विवेदी, कालीचरण, कांशीराम मिश्रा, राजेश कुमार (छोटू), दीपिका तिवारी, क्रांति देवी,दीपक सेन, नरेंद्र सिंह, आनन्द वर्मा, अतुल साहू, धर्मेन्द्र वर्मा, हीरा सिंह, महेश कुमार, रंजीत पाल, प्रकाश कश्यप, रमन रायकवार, रवि, विजय वर्मा, विकास गुप्ता, राधाकृष्णन नायर, बी पी सिंह परिहार, परशुराम, रविन्द्र मोहन श्रीवास्तव, प्रमोद कुमार, एन के जैन, राजेश साव, गिरेन्द्र कुशवाहा, रामपाल, रमाकांत शर्मा, राजेश मीना, राजीव, प्रेम नारायण, प्रेम परिहार, देवपाल, दिनेश कुशवाहा, मनोज चौरसिया, शिव बाबू, संजीव, जगदीश बाबू, नीरज आदि उपस्थित रहे | आभार मोहम्मद उमर खान ने व्यक्त किया |