आरडीएसओ के डीजी सहित टीम द्वारा रैक व इंजन एवं घटना स्थल की गहन जांच, संबंधित स्टाफ के बयान दर्ज, रिपोर्ट तैयार

झांसी। उमरे के झांसी मंडल अंतर्गत ललितपुर स्टेशन पर मालगाड़ी के स्टार्टर व एडवांस स्टार्टर लाल सिग्नल पार करने के मामले की आरडीएसओ के डीजी के नेतृत्व में टीम ने जांच कर रिपोर्ट तैयार की। इस मामले में प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर गाड़ी के चालक अमित शर्मा और सहायक चालक अशोक कुमार कुशवाहा को निलंबित कर दिया गया है।

दरअसल, एक सप्ताह पूर्व बुधवार को सुबह एक मालगाड़ी बीना की ओर से चल कर झांसी जा रही थी। गाड़ी को ललितपुर मेन लाइन पर सुबह 8:20 बजे खड़ा होना था। मालगाड़ी 8:18 बजे ललितपुर सेक्शन के जीरोना स्टेशन से निकली पर ललितपुर मेन लाइन पर 8:20 बजे ललितपुर स्टेशन का स्टार्टर व एडवांस स्टार्टर सिग्नल लाल था को पार कर धड़धड़ाते हुए आगे बढ़ गई जबकि नियमानुसार सिग्नल लाल देख कर ड्राइवर को गाड़ी को रोक दिया जाना चाहिए था, किन्तु मालगाड़ी के चालक व सहायक चालक ने इसे अनदेखा कर दिया। गाड़ी स्टार्टर व एडवांस स्टार्टर को ओवर शूट कर गई। यह संयोग ही था कि कोई हादसा नहीं हुआ अन्यथा यह हादसा झांसी मंडल के इतिहास के पन्नों का सबसे गंभीर मामला होता।

इस मामले में जांच के लिए मालगाड़ी के रैक को इंजन सहित झांसी यार्ड में जांच के लिए रखवा दिया गया था। सूत्रों के अनुसार जब इंजन के ब्रेक पावर की जांच की गई तो वह मानक के अनुसार निकली फिर ब्रेक पावर क्यों फैल हो गये यह जांच का विषय बना रहा। मामले की गंभीरता को देखते हुए तीन दिन पूर्व रेलवे के रिसर्च डिजाइन स्टैंडर्ड ऑर्गनाइजेशन (आरडीएसओ) के डीजी अपनी टीम के साथ झांसी आए। उन्होंने झांसी यार्ड में खड़े इंजन सहित रैक का तकनीकी रूप से गहन परीक्षण किया और लोको पायलट व असिस्टेंट एवं गार्ड सहित ललितपुर व दैलवारा स्टेशन के स्टेशन मास्टर के बयान दर्ज किए। उन्होंने ललितपुर व दैलवारा में जाकर भी जांच पड़ताल कर रिपोर्ट तैयार की।

फिलहाल इस घटनाक्रम में प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर मालगाड़ी के चालक व असिस्टेंट को निलम्बित कर दिया गया है। आरडीएसओ की टीम अभी अंतिम निर्णय पर नहीं पहुंच पाई है। मामले की जांच जारी है।