– आकाश पर घातक हमले का मुकदमा छह माह बाद दर्ज

झांसी। यह वही झांसी पुलिस है जो कल तक पूर्व उप सभापति सपा नेता गुलशन यादव के आपराधिक कृत्यों पर पर्दा डालने में ऐसी जुटी थी कि उसके खिलाफ रिपोर्ट ही दर्ज नहीं कर रही थी भले ही सत्ता बदल कर योगी आदित्यनाथ की क्यों नहीं आ गई हो। अब जब योगी आदित्यनाथ का दूसरा कार्यकाल शुरू हुआ और उन्होंने झांसी में अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने पर सख्ती दिखाई तो आननफानन में गुलशन पुलिस के निशाने पर आ गया।

उसके खिलाफ पुलिस का शिकंजा कसना शुरू हो गया। सीपरी बाजार पुलिस ने गुलशन और उसके बेटे समेत सात के खिलाफ एक ऐसा मुकदमा दर्ज किया जिसे दर्ज कराने पीड़ित 6 माह से थाने के चक्कर लगा रहा था।

पुलिस जिस पीड़ित की रिपोर्ट दर्ज नहीं कर रही थी वह थाना सीपरी बाजार के ग्वाल टोली निवासी आकाश यादव है। उसने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि पिछले साल 9 नवंबर 21 को वह अपने भाई पुखराज के साथ मंदिर जा रहा था। आईटीआई पहाड़िया के पास उन दोनों को गुलशन यादव पुत्र कल्याण, मोहित उर्फ टाइगर पुत्र गुलशन, रोशन यादव, पुष्पेंद्र यादव, दिनेश यादव, मंगल सिंह उर्फ कंचोले एवं बल्लू यादव ने घेर लिया। यहां से उसको अगवा करके गुलशन अपने घर उठा ले गया। यहां आरोपियों ने लाठी-डंडों से उसकी बेरहमी से पिटाई करते हुए गुलशन पर दर्ज कराए मुकदमे को वापस लेने को कहा। गुलशन ने मुकदमे में खर्च हुए तीन लाख रुपये भी वापस मांगे। न देने पर जान से मार डालने की धमकी दी। आकाश के इंकार करने पर इन लोगों ने मिलकर उसे जहर पिला दिया। किसी तरह दोनों वहां से बचकर भागे।

पुखराज ने आकाश को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया। उसका कहना है घटना की सूचना पुलिस को भी दी थी लेकिन, सुनवाई नहीं हुई। पुलिस ने उसकी तहरीर के आधार पर गुलशन समेत सभी आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 342, 387, 328 समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर लिया।

इसके पूर्व पुलिस व नगर निगम ने गुलशन यादव के कब्जे से करोड़ों की सरकारी भूमि को खाली करा लिया। गुलशन के खिलाफ नगर निगम की ओर से रविवार को सीपरी बाजार थाने में आईपीसी की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया है। लहरगिर्द में गुलशन यादव ने सरकारी जमीन गाटा संख्या 1781, 1782, 1783 के जुुज भाग में कब्जा जमाया था। शनिवार को कार्रवाई को पहुंचे सरकारी कर्मचारियों को डरा-धमकाकर आरोपी ने सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने की कोशिश की। इसआरोप में गुलशन के खिलाफ धारा 353, 447, 506, लोक संपत्ति क्षति निवारण अधिनियम समेत सेवन क्रिमिनल एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। इसके साथ ही पुलिस गुलशन पर दर्ज पुराने मामले भी खंगालने में जुटी हुई है। इसके पहले गुलशन के खिलाफ विभिन्न थानों में 30 मुकदमे दर्ज हैं। इनमें नवाबाद, प्रेमनगर, कोतवाली में एक-एक जबकि सीपरी बाजार में सबसे अधिक 27 मुकदमे दर्ज हैं। इनमें हत्या, हत्या की कोशिश, अपहरण, बलवा समेत अन्य गंभीर धाराओं के के मामले हैं। इनमें से कई मामलों में वह जेल जा चुका। फिलहाल जमानत पर बाहर है। उसके पिछले सभी मामलों की पड़ताल फिर से शुरू कराई जा रही है। मोहलत के बावजूद खाली नहीं कराया घर
लहरगिर्द इलाके में सरकारी जमीन पर कब्जा जमाए गुलशन यादव से नगर निगम दस्ते ने करीब 20 हजार स्क्वायर फीट जमीन खाली कराई थी। पूर्व उपसभापति ने इस जमीन पर तीन दुकानें, दो मकान, डेयरी, भूसा घर समेत अन्य निर्माण कर रखा था। इसके अलावा पास में ही उसका आलीशान मकान भी है लेकिन, कार्रवाई के दौरान इस मकान में समान एवं लोगों के होने की वजह से निगम दस्ते ने इसे खाली करने के लिए दो दिन का अल्टीमेटम दिया था।