झांसी। अन्तर्जनपदीय स्थानान्तरण व जनपद के अन्दर शिक्षकों की पारदर्शी, स्थायी स्थानान्तरण नीति लागू कर स्थानान्तरण किये जाने के सम्बन्ध में आज बेसिक शिक्षकों ने बेसिक शिक्षा मंत्री उत्तर प्रदेश शासन को संबोधित ज्ञापन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के माध्यम से दिया।
ज्ञापन में बताया गया कि बेसिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश द्वारा शिक्षकों की अन्तर्जनपदीय स्थानान्तरण नीति वर्ष 2019-20 में आकांक्षी जनपदों से आवेदन पत्र प्राप्त करने के उपरान्त भी सम्बन्धित हजारों शिक्षकों को अन्तर्जनपदीय स्थानान्तरण से वंचित रखा गया तथा प्रदेश में जनपद के अन्दर स्थानान्तरण विगत कई वर्षों से न होने से शिक्षकों को अनेकों समस्याओं का सामना कर पड़ रहा है। ऐसी स्थिति में बेसिक शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन उ.प्र. का स्पष्ट मत है कि बेसिक शिक्षा विभाग में प्रदेश के लाखों शिक्षकों के लिए अन्तर्जनपदीय एवं जनपद के अन्दर स्थानान्तरण की पारदर्शी व स्थायी स्थानान्तरण नीति लागू किये जाने की नितान्त आवश्यकता है। बेसिक शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा के शिक्षकों की स्थायी स्थानांतरण नीति निम्नलिखित सुझावों को सम्मिलित कर लागू की जाने की अपेक्षा करता है ।
(1) आकांक्षी जनपदों का प्रतिबंध समाप्त कर संपूर्ण प्रदेश में एक समान अंतर्जनपदीय स्थानांतरण नीति लागू की जाए।
(2) अंतर्जनपदीय स्थानांतरण प्रक्रिया को प्रत्येक वर्ष अप्रैल से जून माह में पूर्ण किये जाने की स्थायी नीति लागू की जाए।
(3) अंतर्जनपदीय स्थानांतरण हेतु निर्धारित समय सीमा में संशोधन करते हुए दिव्यांग /महिला शिक्षक हेतु समय सीमा 1 वर्ष व सामान्य पुरुष शिक्षकों को 3 वर्ष की जाये तथा गंभीर बीमारी से ग्रसित परिजनों के शिक्षकों को समय सीमा से मुक्त किया जाए।
(4) शिक्षकों के पारस्परिक स्थानांतरण यथा अंतर्जनपदीय तथा जनपद के अंदर स्थानान्तरण बिना किसी प्रतिबन्ध के वर्ष पर्यन्त किये जाने हेतु आवश्यक विभागीय आदेश जारी किए जाए।
(5) जनपद के अंदर शिक्षकों का स्थानांतरण अंतर्जनपदीय स्थानांतरण की भांति ऑनलाइन आवेदन प्राप्त कर मेरिट के आधार पर, रिक्त पदों के सापेक्ष काउंसलिंग द्वारा जनपद में कुल का न्यूनतम 15% स्थानांतरण प्रतिवर्ष किये जाने हेतु शासनादेश निर्गत किया जाये।
( 6 ) सर्वप्रथम ऐसे शिक्षक जिनकी नियुक्ति उर्दू अध्यापक के रूप में हुई हो, उनको विकल्प लेकर ऐसे विद्यालयों में समायोजित किया जाये जहाँ उर्दू पढने वाले बच्चे हों।
(7) प्राथमिक विद्यालय के वे प्रधानाध्यापक जो कम्पोजिट विद्यालयों में सहायक अध्यापक से रूप में कार्य कर रहे हैं, उन्हें विकल्प के आधार पर अन्य किसी प्राथमिक विद्यालय का प्रधानाध्यापक पद पर समायोजित किया जाए।
( 8) प्रत्येक जूनियर व कम्पोजिट में प्रधानाध्यापक के अतिरिक्त गणित, विज्ञान व भाषा का शिक्षक अनिवार्य रूप से पदस्थापित किया जाए।
(9) जनपद के अंदर प्रमोशन की प्रक्रिया तत्काल शुरू की जाए।
मांग की गई है कि शिक्षकों के अन्तर्जनपदीय एवं जनपद के अन्दर स्थानान्तरण की पारदर्शी व स्थायी नीति लागू कर शीघ्र स्थानान्तरण किया जाए। प्रतिनिधि मंडल में रसकेन्द्र गौतम, महेश साहू, सुनील गुप्ता, पवन गुप्ता, गौरव अग्रवाल, प्रदीप कुशवाहा, राजीव पाठक, पवन देव त्रिपाठी, रंजीत यादव, नीरज चौदा आदि उपस्थित रहे।












