Jhansi। तीन बच्चों के साथ भारत भ्रमण पर निकले फ्रेंच दंपती टिकट कंफर्म न होने के बावजूद ट्रेन में सवार हो गए, किंतु टीसी ने उन्हें उतार दिया। इससे परेशान होकर दपंती ने बच्चों के साथ डीआरएम कार्यालय पहुंच कर सीनियर डीसीएम से टिकट आरक्षित कराने को कहा। सीनियर डीसीएम ने मदद का आश्वासन दिया लेकिन, दंपती फिर से नए टिकट का पैसे देने को राजी नहीं हुआ।    बताया गया है कि फ्रांस निवासी जी रियजिंग, पत्नी कैमिला व दो पुत्र इथन(9), स्वन (11) एवं पुत्री नीनो (8) के साथ भारत भ्रमण पर आए थे। इस परिवार को वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी स्टेशन से गाड़ी संख्या 2650 कर्नाटक संपर्क क्रांति एक्सप्रेस से बेल्लारी जाना था। उन्होंने विंडो से सेकेंड एसी में टिकट बुक कराया, किंतु सीट कंफर्म नहीं मिली। उनकी वेटिंग टिकट एक से चार तक थी। आरोप है कि इसकी जानकारी टिकट बुक कराते समय नहीं बताई गई। जबकि स्टाफ का कहना है कि भाषा के गफलत में वह समझ नहीं पाए। टिकट लेकर यह परिवार सोमवार दोपहर वीरागंना लक्ष्मीबाई झांसी स्टेशन पहुंच गया। यहां वह ट्रेन के कोच पर पहुंच गए, किंतु उनकी टिकट वेटिंग देख कर टीसी ने सीट कंफर्म न होने की बात कहते हुए उनको भीतर जाने नहीं दिया।

इससे पर्यटक परिवार परेशान होकर कोच से उतर गए। इस दौरान कुछ लोगों की सलाह पर यह परिवार मदद के लिए डीआरएम कार्यालय पहुंचे। वहां सीनियर डीसीएम नवीन दीक्षित के पास पहुंचकर समस्या बताई। सीनियर डीसीएम ने टिकट के साथ सीट का भरोसा दिलाया लेकिन, परिवार नए टिकट के लिए रुपए देने को राजी नहीं हुआ। सूत्रों के अनुसार इसके बाद परेशान विदेशी परिवार सड़क मार्ग से अपने गंतव्य को रवाना हो गया।