30 किमी लम्बा चक्कर से बचने नाव का सफर पसंद कर रहे ग्रामीण 

झांसी। बुंदेलखंड की गंगा बेतवा नदी पर पारीछा से उजयान गांव को जोड़ने वाला करीब डेढ़ किमी लंबा पीपा पुल मानसून को देखते हुए पीडब्ल्यूडी ने हटा दिया है। इसके खुलने से ग्रामीणों को घुघुआ होकर करीब 30 किलोमीटर लंबा चक्कर लगा कर आना-जाना पड़ रहा है। हालांकि कुछ लोग जोखिम उठाकर नाव से नदी पार करके झांसी आ रहे हैं।

गौरतलब है कि बड़ागांव ब्लॉक के उजयान को पारीछा से जोड़ने के लिए पीडब्ल्यूडी का निर्माण खंड-3 हर वर्ष अक्तूबर महीने में करीब डेढ़ किमी लंबा पीपा पुल बनाता है। इस पुल से यूपी के गांव उजयान, बाबरगढ़, पठा, इटोरा, खड़ेसर, बारई, बैरीसालपुरा, सारोल, भरौली, धवरा, बंगरा, इकरी, बगुवा व मध्य प्रदेश के सैदरी, बिजोर, बागाट, बपरौली, उपरीखेड़ा, तरगुवा, बिहारीपुरा, बाबई समेत 35 गांव के तकरीबन 50 हजार लोग आसानी से झांसी आते-जाते रहते हैं।

बारिश के दौरान नदी में तेज बहाव के चलते इस पुल से आवागमन खतरनाक हो जाता है। इसे देखते हुए प्रति वर्ष इस पुल को तीन माह के लिए हटा दिया जाता है। इस बार यह पुल गुरुवार 23 जून को हटा दिया गया। इससे लोगों की आवागमन की परेशानी बढ़ गई है। अब इस पुल के न होने से इन गांवों के लोगों को झांसी आने-जाने के लिए गुरुवार होकर करीब 30 किमी लंबा चक्कर लगाकर आना पड़ता है। वहीं, सैकड़ों लोग जान जोखिम में डालकर नाव के सहारे नदी पार कर रहे हैं।

पीपा पुल खत्म हो जाने से अब अधिकांश ग्रामीण लंबे रास्ते से बचने के लिए नाव का सहारा लेकर पारीछा उतर कर झांसी की ओर आ जा रहे हैं। नदी मार्ग से आवागमन के लिए हमेशा की तरह दो बड़ी नाव चलने लगी हैं। इन्हीं नाव में मोटर साइकिल एवं साइकिल आदि के अलावा सामान आदि लेकर लोग सफ़र करते हैं। लंबे चक्कर से बचने के लिए सैकड़ों लोग रोजाना इसी सुगम माध्यम से नदी पार कर रहे हैं।