लेखपाल और राजस्व निरीक्षक निलंबित, व्यवस्था को कोस रहे किसान 

Jhansi । झांसी के पूंछ थाना क्षेत्र अंतर्गत फतेहपुर स्टेट निवासी रघुवीर (68) नामक एक गरीब किसान ने राजस्व अधिकारियों द्वारा हदबंदी के लिए रिश्वत मांगने व परेशान करने से दुःखी होकर खेत में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक के बेटे जियालाल ने आरोप लगाया कि उसके पिता रघुवीर अपने खेत की हदबंदी के लिए लगातार 11 वर्ष से तहसील के चक्कर काट रहा थे। शनिवार को संपूर्ण समाधान दिवस में भी गए थे। हदबंदी के लिए लेखपाल और राजस्व निरीक्षक रिश्वत मांग रहे थे, जबकि उनके पास रिश्वत देने को पैसे नहीं थे। आरोप है कि शनिवार को भी राजस्व निरीक्षक और लेखपाल ने पैसों की मांग की थी। मना करने पर उन दोनों ने किसान से कहा था कि जाओ मर जाओ। इसके बाद रघुवीर ने खेत पर पेड़ के सहारे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक के पास से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है, जिसमें उसने आत्महत्या के लिए लेखपाल और राजस्व निरीक्षक को जिम्मेदार ठहराया है। घटनाक्रम को गंभीरता से लेते हुए तत्काल प्रभाव से लेखपाल हेमंत राजपूत व कानून गौ सत्यनारायण तिवारी को निलम्बित कर दिया गया है।

फतेहपुर स्टेट निवासी रघुवीर पाल (68) अपने खेत की हदबंदी को लेकर लगभग 11 वर्ष से मुकदमा लड़ रहा था ‌‌। फैसला रघुवीर के पक्ष में आने पर खेत की पत्थर गड्ढी के लिए उसने कयी बार संबंधित लेखपाल व कानून गो से कहा पर वह बिना रिश्वत के काम करने को तैयार नहीं थे। किसान के पास रिश्वत देने को रुपए नहीं थे।

उसने तहसील दिवस, समाधान दिवस आदि में आला अधिकारियों से गुहार लगाई, मुख्य मंत्री के पोर्टल पर भी शिकायत की पर समस्या का समाधान नहीं हुआ। संबंधित लेखपाल व कानून गो उससे रिश्वत की मांग करते रहे।

परेशान किसान शनिवार को तहसील दिवस में न्याय हेतु गया पर उसे भगा दिया गया। इस दौरान उसने न्याय नहीं मिलने पर खुदकुशी की चेतावनी दी, भ्रष्टाचारियों पर कोई असर नही हुआ। इससे दुखी हो कर किसान मोंठ से पूंछ लगभग 15 किमी पैदल आया और गांव के पास लगे बबूल के पेड़ पर फांसी लगाकर जान दे दी। घटनाक्रम की खबर लगते ही सनसनी फ़ैल गई। परिजनों व ग्रामीणों के साथ पुलिस मौके पर पहुंची। घटनास्थल पर मुकदमा से संबंधित दस्तावेज से भरा झोला पड़ा था। मौके पर एसडीएम मोंठ, सीओ मोंठ, थाना प्रभारी पूंछ आदि मौके पर पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया।

इस घटनाक्रम को गंभीरता से लेते हुए तत्काल प्रभाव से लेखपाल हेमंत राजपूत व कानून गौ सत्यनारायण तिवारी को निलम्बित कर दिया गया है।