भारतीय मजदूर संघ का 68 वां स्थापना दिवस मनाया
झांसी। भारतीय मजदूर संघ का 68 वां स्थापना दिवस वैगन मरम्मत कारखाना झांसी के मुख्य द्वार पर राजाराम मीणा जोनल अध्यक्ष की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ रविंद्र शुक्ला अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष हिंदी साहित्य भारती का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। विशिष्ट वक्ता भारतीय रेलवे मजदूर संघ के राष्ट्रीय महामंत्री मंगेश देशपांडे एवं जिला अध्यक्ष भारतीय मजदूर संघ सीके चतुर्वेदी भी उपस्थित रहे।
राष्ट्रीय महामंत्री ने संगठन के संस्थापक स्वर्गीय दत्तोपंत ठेंगड़ी को याद करते हुए बताया कि यह संगठन एक पूर्ण रूप से गैर राजनीतिक संगठन है और यह कर्मचारियों द्वारा कर्मचारियों के लिए बनाया गया संगठन है और राष्ट्रहित को ध्यान में रखते हुए उद्योग एवं कर्मचारियों के हित में कार्य करता है। इसके अतिरिक्त महामंत्री ने सरकार को आड़े हाथ लेते हुए निगमीकरण / निजीकरण का विरोध कर 17 नवंबर 2022 को दिल्ली में संसद घेराव करने का निर्णय लिया। उन्होंने कहा कि निजीकरण, निगमीकरण की नीति कर्मचारियों के साथ साथ आम जनता, गरीब, किसान इत्यादि किसी के लिए भी लाभकारी नहीं है। उन्होंने दावा किया कि BRMS के संघर्ष के चलते सरकार को रात्रि कार्य भत्ता सीलिंग को समाप्त करना पड़ा। उन्होंने 17 नवंबर 2022 के आंदोलन को सफल करने के लिए ज्यादा से ज्यादा कर्मचारियों को दिल्ली चलने के लिए बोला।
जिला अध्यक्ष ने कारखाना में कर्मचारियों पर प्रशासन द्वारा चलाई जा रही दमनकारी नीति का विरोध किया एवं कर्मचारियों को 2 दिन का जो पैसा काटा उसे तत्काल वापस करने की मांग करते हुए चेतावनी दी कि संघ श्रमिक न्यायालय के माध्यम से लेने के लिए बाध्य होगा।
जिलाध्यक्ष ने प्रशासन पर दोनों मान्यता प्राप्त संगठनों को कर्मचारियों का भाग्य सामान लेने का आरोप लगाया जबकि गत दिनों में कर्मचारियों ने दोनों संगठनों के नेतृत्व को नकार दिया और अपनी आस्था UMRKS में व्यक्त की। दोनों संगठनों द्वारा जबरन कर्मचारियों से चंदा के रूप में चार चार सौ रुपए वसूलने का आरोप लगाया है।
कार्यक्रम का संचालन जोनल महामंत्री हेमंत कुमार विश्वकर्मा ने किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से मंडल अध्यक्ष सतीश गुप्ता, एके शुक्ला,, दया निधि मिश्रा, मंडल सचिव कारखाना संतोष राठौर, विवेक कुमार, कपिल सिंह, राजकुमार कुशवाहा, मोहम्मद इरशाद खान, एके द्विवेदी, अंबिका प्रसाद श्रीवास्तव, पहलाद मीणा, पप्पू राम सहाय, धीरेंद्र कुशवाहा, अनिल तिवारी, एमके नगाइच, रविंद्र रावत, नरेंद्र शर्मा, ओपी शर्मा, पुत्तू सिंह कुशवाहा इत्यादि सैकड़ों कर्मचारी उपस्थित हुए।












