– झांसी स्टेशन की पार्किंग पर खड़ी लखनऊ की दो कारों से करोड़ों की चांदी उड़ाई थी

– दो ड्राइवर से हुआ खुलासा, आरोपी के झांसी में सम्पर्की रडार पर 

झांसी। आखिरकार झांसी स्टेशन की पार्किंग में खड़ी लखनऊ नंबर की दो कारों का रहस्योद्घाटन हो गया है। इन दोनों कारों से लखनऊ का एक बुलियन कारोबारी अपने ही साथी कारोबारियों से विश्वास घात कर करोड़ों की चांदी हड़प कर रफूचक्कर हो गया था। लखनऊ पुलिस द्वारा सोमवार को दोनों कारों की तलाशी ली गई, किंतु कुछ नहीं मिला। इससे स्पष्ट है कि दोनों कारों से करोड़ों की चांदी झांसी लाकर ठिकाने लगा दी गई है।

दरअसल, लखनऊ के चौक थाना पर अमित अग्रवाल निवासी महानारायण बाग पर कारोबारी अमर सिंह, अध्यात्म जैन, अमित वर्मा, आलोक गुप्ता, राजेश कुमार कौशल ने 125 किलो चांदी हड़पने की तहरीर दी गई थी। पुलिस द्वारा इस धोखाधड़ी के मामले की जांच के क्रम में आरोपी के आवास पर छापा मारा, किंतु मकान में ताला लगा मिला। आरोपी अपने परिवार सहित गायब हो गया था और उनके मोबाइल फोन भी स्विच ऑफ मिल रहे थे।

इसके बाद लखनऊ की चौक पुलिस द्वारा बुलियन कारोबारी द्वारा हड़पी गई करोड़ों की चांदी मामले की जांच पड़ताल के सिलसिले में आरोपी के दो ड्राइवर को पकड़ा तब कारों के झांसी में होने की जानकारी मिली। इसके बाद लखनऊ पुलिस ने रविवार को झांसी स्टेशन पर पार्किंग में खड़ी लखनऊ की दोनों कारों के बारे में जानकारी की। तब पता चला कि 20 जुलाई को प्रात 8.30 बजे दोनों कारें (यूपी 32केई-5956 व यूपी 32 एमडी – 7098 ) झांसी स्टेशन की पार्किंग में जमा की गई थी। चालकों ने बताया कि वह कारोबारी को लेकर दोनों कारों से लखनऊ से सीधे झांसी पहुंचे थे। काऱों को पार्किंग में जमा कर बुलियन कारोबारी स्टेशन के अंदर चला गया था।

लखनऊ पुलिस की पार्किंग स्थल पर चैकिंग की सूचना मिलने पर आरपीएफ वह जीआरपी भी पहुंच गयी थी। इस दौरान बिना पूर्व सूचना व वैध अनुमति के कार्यवाही करने पर लखनऊ पुलिस से आपत्ति की गई। इस मामले में अफसरों के हस्तक्षेप पर लखनऊ पुलिस ने जीआरपी थाने में आमद दर्ज कराई तब चैकिंग की गई। दोनों कारों में चांदी नहीं मिली। इससे स्पष्ट है कि आरोपी ने चांदी को झांसी में ठिकाने लगा दिया है।

अब खाली हाथ लखनऊ पुलिस के रडार पर आरोपी के मोबाइल फोन के सम्पर्क नंबर वन झांसी स्टेशन के सीसी टीवी फुटेज हैं। आरोपी के झांसी में सर्राफा व्यापारियों से भी सम्पर्क करने की चर्चा है। फिलहाल करोड़ों की चांदी कहां खपाई गई यह जांच का विषय बना हुआ है।