यूनियन नेताओं ने किया विरोध, रेलवे अफसरों को लिखा पत्र

Jhansi। आजादी के अमृत महोत्सव पर हर घर तिरंगा अभियान के तहत झांसी रेल मंडल में मानक के विपरीत व कटे फटे तिरंगे के वितरण से रेल कर्मचारियों में आक्रोश है। उन्होंने इसे तिरंगे का अपमान बताया है। झंडे की सप्लाई खराब की शिकायत कर्मचारी नेताओं ने उच्चाधिकारियों से की है।

गौरतलब है कि रेलवे द्वारा प्रति तिरंगे झंडे की कीमत 38 रुपए वसूल की जा रही है। यह राशि कर्मचारियों के वेतन से काटे जा रहे हैं। रेल प्रशासन द्वारा एक निजी एजेंसी के माध्यम से तिरंगा झंडा की सप्लाई की जा रही है। रेल कर्मचारियों ने बताया कि तिरंगे की क्वालिटी बेहद खराब है। बहुत से तिरंगों की तीनों पट्टी एक समान नहीं है कही – कही हरी पट्टी, तो कहीं पर केसरिया पट्टी कोने पर में पूरी कटी है। इनमें चक्र भी मध्य में नहीं है। इस तरह के झंडे परिचालन, एसी शेड, डीजल शेड आदि विभागों में में वितरित किए गए हैं। इसको लेकर रेलवे कर्मचारियों में काफी आक्रोश व्याप्त है।

कर्मचारियों की मानें तो तिरंगे मानक के अनुसार नहीं है।कई तिरंगों पर केसरिया के बजाय लाल रंग का प्रयोग कर दिया गया। झंडे का कपड़ा भी ख़राब है। हालत यह है कि इसे फहराने के लिए जब किसी डंडे में पिरोया जाएगा, तो फट भी सकता है। इस मामले में रेलवे के संगठनों की दोनों यूनियनों ने रेलवे अफसरों को पत्र लिखकर काफी आपत्ति दर्ज की है।

डीआरएम सहित उच्चाधिकारियों से की शिकायतें

–  स्टेशन मास्टर एसोसिएशन के मंडल सचिव अजय दुबे ने मंडल रेल प्रबंधक को ट्विटर के माध्यम से सचित्र शिकायत की जा चुकी है।

–  नॉर्थ सेन्ट्रल रेलवे इमप्लाईज संघ के मंडल सचिव भानु प्रताप सिंह चंदेल ने भी मंडल रेल प्रबंधक को लिखे पत्र में कहा है कि उत्तर मध्य रेल में झाँसी मंडल के रेल कर्मचारियों को जो ध्वज वितरित किए जा रहे है वह भारतीय झंडा संहिता -2022 के अनुसार निर्धारित मानकों का अनुपालन नहीं कर रहे हैं तथा गुणवत्ता विहीन है। रेलवे द्वारा 38 रुपए में भी मानक के अनुरुप एवं गुणवत्ता युक्त भारतीय ध्वज न दिए जाने से कर्मचारियों की भावनाएं आहत हो रही है। संघ ने मांग की है कि उक्त प्रकरण में तत्काल उचित कार्रवाई कर संघ को अवगत कराने की व्यवस्था करें।

–  नार्थ सेन्ट्रल रेलवे मैस यूनियन शाखा टीआरएस डीजल के अध्यक्ष बृजमोहन सिंह ने वरिष्ठ मंडल यांत्रिक इंजीनियर (डीजल) को लिखे पत्र में आरोप लगाया है कि शेड के स्टॉफ व पर्यवेक्षक को राष्ट्र ध्वज वितरण किया जा रहा है उसमें कई तरह की खामियां है। जैसे-ध्वज की सिलाई सहीं नहीं, तीनों पट्टियों केसरिया, सफेद तथा हरा समान चौड़ाई की नहीं है। कुछ ध्वज की कटिंग सही नहीं है। इसको लेकर शेड के स्टाफ व पर्यवेक्षक में आक्रोश है कि सही ध्वज न फहराने पर राष्ट्र ध्वज के अपमान होगा और इसकी शिकायत पर कार्रवाई हो सकती है। यूनियन मांग करती है कि उचित माप तथा सिलाई के राष्ट्र ध्वज शेड के समस्त स्टाफ व पर्यवेक्षक को वितरित करने की व्यवस्था की जाए।

नया झंडा प्राप्त करें : यह मामला वरिष्ठ मंडल यांत्रिक इंजीनियर (डी) डीजल लोको शेड के संज्ञान में आने पर उन्होंने शेड के सभी कर्मचारियों को आवश्यक सूचना जारी कर दी है। सूचना में कहा गया कि डीजल लोको शेड झाँसी में कार्यरत समस्त अनुभाग प्रभारियों को अवगत कराया जाता है कि समयपाल कार्यालय से वितरित किए जाने वाले झंडों में यदि कोई झंडा खराब है तो खराब झंडा समयपाल कार्यालय में जमा कर नया झंडा प्राप्त करें।