– जच्चा -बच्चा सुरक्षित, सभी ने आरपीएफ महिला टीम को सराहा 

झांसी। सोमवार की सुबह वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 2/3 पर कुरुक्षेत्र से खजुराहो जा रही गीता जयंती एक्सप्रेस आकर रुकी तभी ट्रेन के जनरल कोच से एक गर्भवती महिला उतरी। प्लेटफार्म पर उतरते ही महिला को प्रसव पीड़ा शुरु होने लगी। जानकारी मिलते ही आरपीएफ की महिला आरक्षी वहां पहुंची और पीड़ित के चारों ओर चादर से पर्दा कर प्रसव कराने में मदद की। आरपीएफ की महिला टीम के इस कार्य की सभी सराहना कर रहे हैं।

दरअसल मध्य प्रदेश के जिला छतरपुर के थाना बमीठा के मोटा पुरवा निवासी गर्भवती भारती अपने पति आदि के साथ पानीपत से खजुराहो जा रही थी। सोमवार की सुबह ट्रेन झांसी रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 2/3 पर पहुंची तो भारती को असहनीय प्रसव वेदना शुरु हो गयी। वह प्लेटफार्म पर उतर कर कराहने लगी और पति की आंखें मददगार की तलाश में लग गई  तभी प्लेटफार्म पर गश्त कर रही आरपीएफ एएसआई विजय सिंह यादव, हमराह आरक्षक संदीप चौधरी, मनदीप और महिला आरक्षी पूजा सिंह वहां पहुंची।

हालत गंभीर देखते हुए आरपीएफ की आरक्षी पूजा ने भारती की मदद की और चारों तरफ से चादर का घेरा बनाया। आरक्षी पूजा सिंह ने पीड़िता की डिलीवरी करवाई जिसके एक लड़का हुआ। जच्चा बच्चा के सकुशल देख कर सभी ने राहत की सांस ली।

इस दौरान मौके पर पहुंचे रेलवे डॉक्टर विवेकानंद गुप्ता एवं दो सहयोगी महिला नर्स ने महिला एवं बच्चे को चेक करने के बाद मेडिकल कॉलेज झांसी के लिए रेफर किया। बाद में उक्त महिला को एंबुलेंस के साथ मेडिकल कालेज के लिए रेफर कर दिया। मेडिकल कालेज में इलाज के बाद दोनों छतरपुर स्थित अपने घर के लिए रवाना हो गए।