बुंदेलखंड के मेडिकल कालेजों में रिक्त पद व आवश्यक उपकरण यथाशीघ्र प्रदान किये जाने की मांग 

झांसी। बुन्देलखण्ड निर्माण मोर्चा के अध्यक्ष भानू सहाय के नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन मंडल आयुक्त को सौंपा। ज्ञापन में कहा गया कि अति पिछड़ा क्षेत्र बुन्देलखण्ड के लोगों के पास इलाज के लिए पैसा नहीं होता है इसलिये लोग सरकारी व्यवस्थाओं पर निर्भर होकर अपनी बीमारी का इलाज कराने को बाध्य होते रहते हैं। बुन्देलखण्ड क्षेत्र की चिकित्सा व्यवस्थाएं चरमरा गई हैं, ना तो मेडिकल कालेजों एवं जिला व अन्य छोटे अस्पतालों में पर्याप्त चिकित्सक हैं न पर्याप्त स्टाफ और उपकरण। ऐसी दशा में जो थोड़ा समर्थवान है वे लखनऊ एवं दिल्ली जाकर इलाज करा लेते हैं पर जो समर्थ नहीं होते हैं उनकी जीवन लीला इलाज के अभाव में समाप्त हो जाती है।

ज्ञापन में उदाहरण के तौर पर बुन्देलखण्ड क्षेत्र का सबसे पुराना एवं बदहाल महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज की स्थिति की ओर ध्यानाकर्षित कराते हुये बताया –

प्रथम श्रेणी- सृजित पद 169 खाली पद 64
(चिकित्सक), द्वितीय एवं तृतीय श्रेणी (मेडिकल कॉलेज में ) सृजित पद 316, खाली पद 228 । द्वितीय एवं तृतीय श्रेणी (अस्पताल में ) सृजित पद 137 खाली पद 83, चतुर्थ श्रेणी सृजित पद 137 खाली पद 88, महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में मात्र एक एम.आर.आई., एक सी.टी. स्कैन, एक अल्ट्रासाउण्ड मशीन है। मेडिकल कॉलेज झाँसी में 15 से 20 करोड़ रू. के चिकित्सीय उपकरण की आवश्यकता पर सरकार मात्र 3 करोड़ की धनराशि स्वीकृत कर उपकरण खरीदने के लिये धनराशि प्रदान कर रही है।

बताया गया कि जब महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टाफ एवं उपकरणों की इतनी कमी है तो अन्य मेडिकल कॉलेज अस्पतालों की स्थिति क्या होगी, ये सोच से परे हैै। ज्ञापन के माध्यम से
बुन्देलखण्ड के समस्त मेडिकल कॉलेजों एवं अन्य अस्पताल में चिकित्सीय, मेडिकल, पैरामेडिकल स्टाफ एवं आवश्यक उपकरणों की व्यवस्था शीघ्र कराये जाने की मांग करते हुए अन्यथा की स्थिति में आन्दोलन की चेतावनी देते हुए कहा गया कि किन्हीं भी परिस्थिति में बुन्देलखण्ड क्षेत्र के लोगों को इलाज के अभाव में मरने नहीं दिया जा सकता है।

लक्ष्मीताल एवं किले के निर्माण के गिरने की उच्च स्तरीय जांच की मांग

एक पत्र अलग से मंडल आयुक्त को सौपते हुए कहा गया कि लक्ष्मीताल एवं किले की पार्किंग के गिरने की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए। इस दौरान रघुराज शर्मा, वरूण अग्रवाल, गिरजा शंकर राय, कुंवर बहादुर आदिम, हनीफ खान, ,प्रदीप नाथ झा, गोलूठाकुर, रशीद कुरेशी, विकास पुरी प्रेम सपेरे, जगमोहन मिश्र, प्रदीप गुर्जर, गोविंद कुमार, अर्क आदि उपास्थित रहे।