झांसी। उमरे के झांसी मंडल में तमाम मामलों में भ्रष्टाचार व रुपए के लेनदेन के आरोप लगते रहे हैं, किंतु यह पहला मौका है जब रेलवे के विद्युत विभाग में टेंडर नहीं मिलने पर एक कॉर्पोरेशन के डायरेक्टर ने उन रेल अधिकारियों से रिश्वत का पैसा वापस मांगा जिन्हें उसने टेंडर के नाम पर रिश्वत दी थी। इस मामले से मंडल में रेलवे के अफसरों में सनसनी है।

दरअसल एचपी सेल्स कॉर्पोरेशन के प्रोपराइटर ने वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर (सा.) उत्तर मध्य रेलवे झांसी को पत्र संख्या झांसी/ विद्युत/ डब्ल्यू/टी-20/18-19 तारीख 17 अगस्त 2022 (टर्मिनेशन लेटर) के संबंध में पत्र लिखा है। इस पत्र में बताया गया है कि आपके द्वारा 48 घंटों का नोटिस 10 अगस्त 2022 का जो उनके कार्यालय से 22 अगस्त 2022 में 13.29 पीएम पर स्पीड पोस्ट किया गया था जो 16 अगस्त 2022 को उसे प्राप्त हुआ था। इसकी जानकारी उन्हें पूर्व पत्र में दी जा चुकी है। उनके द्वारा जारी किया गया 48 घंटों नोटिस का जवाब जब फर्म द्वारा 17 अगस्त 2022 में उनके कार्यालय को मेल द्वारा भेजा गया था। मेरा पत्र मिलते आपके द्वारा तुरंत ही टेंडर टर्मिनेशन का ऑर्डर जारी कर दिया गया। यह टेंडर आप लोग पहले से ही टर्मिनेड करना चाह रहा थे ताकि बाहर का कोई ठेकेदार आकर यहां आकर काम न कर सकें। पत्र में प्रोपराइटर ने यह भी कहा है कि में बस इतना चाहता हूं कि फर्म द्वारा आपको और आपके विभाग के लोगों को जो रिश्वत न चाहते हुए भी देनी पड़ी उसको वापस करवाने का कष्ट करें।

पत्र में अफसरों को दी गई कथित रिश्वत ?

पूर्व वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर (सा.) झांसी (प्राप्त करना) 1,50,000
पूर्व असिं. मंडल विद्युत इंजीनियर (सा.) झांसी (प्राप्त करना) 40,000
सीनियर सेक्शन इंजीनियर (वि.) कार्या. वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजी. झांसी (प्राप्त करना) 40,000
वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर (सा.) झांसी (देना) 75,000
पूर्व असिं. मंडल विद्युत इंजीनियर (सा.) झांसी (देना) 20,000
सीनियर सेक्शन इंजीनियर (वि.) कार्या. वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजी. झांसी (देना) 40,000

इस मामले में भेजी गई शिकायतें

इस मामले में शिकायत करने वाले ने डीआरएम झांसी, रेल मंत्रालय नईदिल्ली, जीएम कार्यालय, प्रयागराज, असि. जीएम कार्यालय प्रयागराज, एसडीजीएम प्रयागराज और डीआईजी विजिलेंस कार्यालय प्रयागराज को शिकायती पत्र भेजा है।