– बीयू में विश्व पर्यटन सप्ताह समारोह का शुभारम्भ, पर्यटन एवं होटल उद्योग के नामचीन हस्तियां सम्मानित 

झांसी। बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के गाँधी सभागार में पर्यटन एवं होटल प्रबन्धन संस्थान द्वारा आयोजित होने वाले विश्व पर्यटन सप्ताह जो कि विश्व शांति दिवस से प्रारंभ होकर विश्व पर्यटन दिवस तक विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से आयोजित किया जायेगा के उद्घाटन समारोह में बुन्देलखण्ड के लोक कला, साहित्य, संस्कृति, पर्यटन, व्यंजन एवं ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण एवं संवर्धन की दिशा में अनुकरणीय कार्यों व अतुलनीय योगदान हेतु वरिष्ठ समाजसेवी मुकुंद मेहरोत्रा व अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान के उपाध्यक्ष दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री हरगोविंद कुशवाहा को बुन्देलखण्ड पर्यटन गौरव सम्मान से नवाजा गया ।

समारोह का प्रारम्भ मुख्य अतिथि उप पुलिस महानिरीक्षक जोगिन्दर कुमार, कुलपति प्रो० मुकेश पाण्डेय, विशिष्ट अतिथि हरगोविंद कुशवाहा, मुकुंद मेहरोत्रा, सुरेन्द्र सिंह, कौलेश कुमार, विजय खैरा, वसी मोहम्मद, राजबहादुर, प्रो० सुनील काबिया आदि ने किया । कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए हरगोविंद कुशवाहा ने कहा कि बुन्देली धरा हमेशा से ही पर्यटकों को अपने और आकर्षित करती रही है किन्तु हम इसे पर्यटन उद्योग के रूप में स्थापित कर पाने में असफल रहे जिस कारण हमारी विरासत धीरे धीरे धराशायी होती जा रही है, जोकि आने वाली पीढ़ी के लिए चिंताजनक स्थिति है ।

बुन्देलखण्ड पर्यटन गौरव से सम्मानित मुकुंद मेहरोत्रा ने बताया कि बुन्देली व्यंजनों की पौष्टिकता की तुलना विश्व के किसी भी व्यंजन से नही की जा सकती है। शिल्पकला की दृष्टि से भी बुन्देलखण्ड अत्यंत समृद्धशाली है यहाँ के बने वाद्ययंत्र हारमोनियम, सितार, तबला आदि की माँग देशभर में रहती है ।
राज्यपाल द्वारा नामित विश्वविद्यालय कार्यपरिषद के सदस्य विजय खैरा ने कहा कि पर्यटन का मूल देशाटन है और बुन्देलखण्ड के बाँदा, झाँसी, ललितपुर व जालौन स्थित किलों की प्रसिद्धि पुरे देश में व्याप्त हैं ।
विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित दैनिक जागरण के संपादक सुरेन्द्र सिंह ने पर्यटन एवं होटल प्रबंधन संस्थान द्वारा बुन्देलखण्ड के पर्यटन क्षेत्र के सम्पूर्ण विकास एवं प्रचार प्रसार हेतु किये जाने वाले कार्यों की सराहना की।
कुलसचिव विनय कुमार सिंह ने आशा व्यक्त किया कि यह सात दिवसीय आयोजन निश्चित रूप से आम जनमानस में अपने सांस्कृतिक धरोहरों व पर्यटन के प्रति जागरूकता लाने में सफल होगा ।
मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित एबीटीओ के महासचिव कौलेश कुमार ने कहा कि पर्यटन विकास का मार्ग शांति के चौराहे से गुजरता है, विश्वभर में जहाँ जहाँ शांति होगी वहाँ पर्यटन विकास का पहिया द्रुतगति से दौड़ेगा । उन्होंने आईटीएचएम विभाग की सराहना करते हुए कहा कि विश्व शांति दिवस से पर्यटन सप्ताह का आयोजन करना यहाँ के शिक्षकों की दूरदर्शिता का परिणाम है । उन्होंने कहा कि उनका संस्थान यहाँ के छात्रों को अंतर्राष्ट्रीय फलक पर प्रशिक्षण एवं सेवायोजन में सहायता करेगा ।
मुख्य अतिथि झाँसी रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक जोगिन्दर कुमार ने कहा कि बुन्देलखण्ड की अपनी समृद्धशाली सांस्कृतिक, साहित्यिक व ऐतिहासिक परम्परा है, जो किसी भी विकसित पर्यटन क्षेत्र के लिए अनिवार्य उत्पाद होता है । बुन्देलखण्ड में कृषि पर्यटन, साहसिक पर्यटन, सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं जिनके सदुपयोग से बुन्देलखण्ड के पर्यटन संसाधन विश्व पर्यटन मानचित्र पर स्थापित होने हेतु सक्षम हैं ।
अध्यक्षीय सम्बोधन में कुलपति प्रो० मुकेश पाण्डेय ने पर्यटन एवं होटल उद्योग को भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए अत्यंत आवश्यक बताया। उन्होंने फ़्रांस, स्पेन आदि यूरोपीय देशो से तुलना करते हुए कहा कि कई यूरोपीय देशों की अर्थव्यवस्था पूर्णत: पर्यटन पर निर्भर है । प्रो० मुकेश पाण्डेय ने बुन्देलखण्ड के पर्यटन विस्तार के क्रम में आ रही सबसे बड़ी बाधाओं के रूप में यातायात व सुरक्षा व्यवस्था को चिन्हित किया । उन्होंने आशा व्यक्त किया कि आईटीएचएम विभाग द्वारा पर्यटन एवं होटल प्रबन्धन में शिक्षित मानव संसाधनों के सदुपयोग व स्टार्टअप से इस क्षेत्र की पर्यटन की दशा सुधर सकती है ।
प्रो० सुनील काबिया ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि पर्यटन क्षेत्र के इन दिग्गजों पर कोरोना महामारी के बाद सबसे बड़ी जिम्मेदारी है कि वो इस क्षेत्र के सतत विकास सम्वर्धन में अपना शत प्रतिशत योगदान दें जिससे आने वाली पीढ़ी की उत्सुकता बनी रहे ।
इस अवसर पर पर्यटन एवं होटल उद्योग के नामचीन हस्तियों सनसिल्क हॉलीडेज से संदीप जिंदल, प्राइड होटल से मोहित खन्ना, हनीगोल्ड रिट्रीट से राजीव चावला, बिग एफएम से शहनवाज, एसआरग्रुप से राजीव राय, केनरा बैंक से विनोद पाटीदार, क्विकशिप से रहमान आदि को इस क्षेत्र में उनके सराहनीय कार्यों हेतु सम्मानित किया गया ।
संचालन अभिषेक जोशी, समीन खान व धन्यवाद ज्ञापन डॉ० संजय निभोरिया ने किया । इस अवसर पर प्रो अपर्णा राज, प्रो देवेश निगम, प्रदीप तिवारी, प्रो० सीबी सिंह, डॉ अर्चना वर्मा, डॉ मो० नईम, डॉ महेंद्र सिंह, डॉ सुधीर द्विवेदी, रमेश चंद्रा, डॉ जीके श्रीनिवासन, आशीष सेठ, डॉ प्रणव भार्गव, सत्येन्द्र चौधरी, जयकिशन पुरोहित, अंकुर चाचरा, निशांत पुरवार, मुकुल खरे, आयुष सक्सेना, रंजीत कुमार, अर्पिता मिश्रा आदि उपस्थित रहे।