झांसी। 16 सितंबर को झांसी की अदालत से पेशी से कन्नौज जेल लौटे रहे कुख्यात बदमाश लेखराज यादव को झांसी-कानपुर हाईवे पर पुलिस गाड़ी पर हमले कर पुलिस के कब्जे से छुड़ाने की कोशिश की गई। जब मोंठ में स्कार्पियो सवार लोगों ने रास्ता रोका तो कन्नौज पुलिस ने गाड़ी सहित लेकर मोंठ थाने में शरण ली। बाद में भारी पुलिस बल की मौजूदगी में लेखराज को कन्नौज जेल ले जाया गया।

दरअसल झांसी के कुख्यात अपराधी लेखराज को 16 सितंबर की दोपहर में भारी पुलिस बल के सुरक्षा घेरे में लाया गया था। लेखराज को पेशी के लिए लेकर कोर्ट आए दरोगा राम प्रकाश ने बताया कि वह सिद्ध दोष बंदी लेखराज यादव को एससी-एसटी कोर्ट में पेश करने के लिए कन्नौज जेल से सुबह 7 बजे चले थे। झांसी में करीब सवा दो बजे लेखराज की पेशी हुई। इस दौरान कचहरी परिसर में लेखराज के करीब 70 साथी मौजूद थे। इनमें से एक युवक ने उससे कहा कि लेखराज को खाना खिलाना है लिहाजा वह चलते वक्त पुलिस वाहन को बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे में बंगरा कट के पास रोक लें  लेकिन पुलिस वालों ने साफ इंकार कर दिया।
लेखराज को लेकर वापस जाते वक्त मेडिकल कालेज तिराहे के पास पुलिस वाहन को उसके साथियों ने घेर लिया। रास्ते में स्कार्पियो गाड़ी नंबर यूपी 93 बीआर 1100 से कई जगह वाहन रोकने की कोशिश हुई। पुलिस वाहन पर ईंट-पत्थर से हमला किया। इस तरह की घटनाएं रास्ते में कई जगह हुईं।

हालात की गंभीरता को देखते हुए पुलिस टीम लेखराज को लेकर मोंठ थाने में घुस गई। यहां काफी देर तक रुकने पर सुरक्षा मिलने पर पुलिस वाहन आगे निकला गया। इसके बाद जालौन के एट थाने पहुंचने पर लेखराज ने अपना सिर गाड़ी की जाली में मारकर खुद को घायल कर लिया।

इसकी की जानकारी सुरक्षा गारद ने वरिष्ठ अफसरों को दी। इसके बाद उसकी सुरक्षा के लिए पुलिस एस्कार्ट भेजा गया। भारी सुरक्षा के बीच उसे वापस रात करीब बारह बजे कन्नौज जेल पहुंचाया गया। इस मामले में उप निरीक्षक राम प्रकाश ने 17 सितंबर को गुरसहायगंज थाने में आरोपी लेखराज समेत अज्ञात 30-40 समर्थकों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है।