– बुनिमो ने पुलिस, जन-प्रतिनिधियों, समाजसेवियों की कार्यशैली पर लगाया प्रश्नचिह्न 

झांसी। बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा के अध्यक्ष भानु सहाय द्वारा दो दिन पूर्व जिला अस्पताल में वार्ड के 10 नं पलंग पर भर्ती कराई गई निर्वस्त्र अर्द्ध विक्षिप्त महिला का 48 घंटे बाद आज तक कोई सुराग नहीं लगा है। पुलिस द्वारा तय समय सीमा से अधिक समय में भी पता नहीं लगाए जाने पर बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा के अध्यक्ष भानु सहाय प्रात: 10:30 बजे आमरण अनशन पर बैठ गए हैं। पुलिस ने उन्हें हाउस अरेस्ट कर लिया है।

भानू सहाय ने अपने वक्तव्य में कहा कि हम बुंदेलखंडियो की भावना को कोई आहत नही कर सकता। स्थानीय प्रशासन, राजनैतिक दलों एव गैर राजनैतिक (समाजसेवी) संगठनों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि उन्हे शर्म से चुल्लू भर पानी में डूब कर मर जाना चाहिए क्योंकि जब किसी अन्य प्रांत में कोई बहन बेटियों की घटनाओं पर हमारे समाजसेवी संगठनों, संस्थाओं एवं जनप्रतिनिधि चाहें वह वर्तमान हो या पूर्व कैंडल मार्च निकाल कर समाज को क्या संदेश देते हैं को अमुक परिवार के साथ संतावना देने में फोटो अखबार समाचार में अपनी बात कह कर इति श्री कर लेते हैं।
उन्होंने सवाल किए कि कहां गए वह महिला समाजसेवी संगठन जो कैंडल मार्च निकालने अखबार में फोटो छपवाने, टीवी चैनलों पर अपनी बात रखने की होड़ मचाते है, कोई राजनैतिक दल,अब तक सामने आकर अपनी बात नही कही। सदर विधायक पंडित रवि शर्मा ही ऐसे व्यक्त्तिव के धनी है जिन्होंने दूरभाष पर भानू सहाय से उस अर्द्ध विक्षिप्त नग्न महिला के बारे में पूंछा, किंतु किया कुछ नहीं।

पुलिस प्रशासन की नाकामी के खिलाफ आमरण अनशन में मुख्य रूप से रघुराज शर्मा, गिरजा शंकर राय , हनीफ ख़ान , बंटी दुबे, गोलू ठाकुर,प्रदीप गुर्जर, कुंवर बहादुर आदिम, हमीदा अंजुम, प्रदीप नाथ झा , गोलू ठाकुर , बंटी दुबे, विकास पुरी, नौशाद खान प्रदीप कुमार गुर्जर, प्रेम सपेरा , नरेश वर्मा, बृजेश राय, अनिल कश्यप, विजय रायकवार, अरुण रायकवार, शंकर रायकवार, सतेंद्र श्रीवास्तव, गोविंद सोनकर, दुली चंद्र कुशवाहा, ऋषी भारती,राघवेंद्र यादव,हर भजन गुप्ता, अंकुश वर्मा आदि उपस्थित रहे।