मंडल के 44 अस्पतालों के एनक्यूएएस सर्टिफिकेशन के लिए प्रशासनिक नोडल अफसर नामित

मरीजों को गुणवत्तापूर्ण सुविधाएं देने के लिए अस्पतालों का कराया जा रहा मूल्यांकन

झांसी। उत्तर प्रदेश सरकार बुंदेलखंड के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के प्रयास में जुटी है। इसी कड़ी में झांसी मंडल के तीनों जनपदों झांसी, ललितपुर और जालौन के 44 अस्पतालों और चिकित्सा इकाइयों को राष्ट्रीय स्तर की गुणवत्तापरक सेवाओं से लैस करने के लिए इनका एनक्यूएएस मूल्यांकन कराने की तैयारी की जा रही है। इन सभी चयनित चिकित्सा इकाइयों के नोडल के तौर पर प्रशासनिक नोडल अधिकारियों को नामांकित किये जाने का काम पूरा कर लिया गया है। अब ये नोडल अफसर इन चिकित्सा इकाइयों की कमियों को दूर करने में अपनी भूमिका निभाएंगे।

तीन स्तरों पर होगी अस्पतालों की परख
चिकित्सा इकाइयों के नोडल के तौर पर एसडीएम, बीडीओ, तहसीलदार और नायब तहसीलदार स्तर के अफसरों को जिम्मेदारी दी गयी है। झांसी मंडल के सभी महिला और पुरुष चिकित्सालय, हर तहसील की एक सीएचसी या पीएचसी और हर ब्लाक से एक हेल्थ एन्ड वेलनेस सेंटर चयनित किया गया है। इस तरह झांसी के 15, जालौन के 16 और ललितपुर के 13 इकाइयों को चयनित किया गया है। नोडल अफसर नियुक्त होने के बाद विभिन्न विभागों के बीच समन्वय कायम करते हुए इन चिकित्सा इकाइयों की कमियां दूर कर इकाई स्तर का, जिला स्तर का और फिर राज्य स्तर का मूल्यांकन कराया जाएगा। तीनों स्तरों के मूल्यांकन के बाद राष्ट्रीय स्तर का मूल्यांकन कराने का लक्ष्य रखा गया है।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मंडलीय प्रबंधक आनंद चौबे के मुताबिक सभी चयनित चिकित्सा इकाइयों के लिए प्रशासनिक नोडल अफसर नामांकित हुए हैं। इनकी मदद से चिकित्सा इकाइयों में मानकों के मुताबिक मौजूदा कमियों को दूर करने का काम शुरू किया जा रहा है। कमियों को दूर करने के बाद इकाई स्तर, जिला स्तर और राज्य स्तर पर इन सभी इकाइयों का मूल्यांकन कराया जाएगा। इस प्रक्रिया को पूरा करने के बाद दिसंबर महीने में इन सभी चिकित्सा इकाइयों का एनक्यूएएस सर्टिफिकेशन कराया जाएगा। इस पूरी प्रक्रिया का मकसद यह है कि मरीजों को संबंधित अस्पताल में गुणवत्तापूर्ण और मानक के मुताबिक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं।