झांसी। सदर बाजार थाना इलाके में सेना की वर्दी पहन कर घूम रहे फर्जी सैन्य कर्मी को पुलिस ने दबोच लिया। युवक पिछले तीन सालों से खुद को सेना का कर्मचारी बताते हुए परिवार के लोगों को गुमराह करता आ रहा था। पकड़े गए युवक की जासूसी के एंगल से भी जांच की गई, लेकिन कुछ मिला नहीं। उसे जेल भेज दिया गया है।

पकड़े गए युवक का नाम भूपेंद्र रावत (26) निवासी सासनी जिला हाथरस है। सदर बाजार पुलिस ने सेना के लांस नायक नीरज कुमार की तहरीर पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया। पूछताछ में पता चला कि भूपेंद्र ने 2018 में सेना में भर्ती होने के लिए परीक्षा दी थी, लेकिन वह सफल नहीं हो पाया था। इसके बाद से वह लगातार अपने परिवार के लोगों को गुमराह करता आ रहा था। वह सेना की वर्दी में परिवार के लोगों को फोटो भेजता था और खुद को सेना का कर्मचारी बताता था।

पुलिस के अनुसार झांसी में वह तीन-चार दिन पहले आया था। इससे पहले वह जैसलमेर में ठिकाना बनाए था। अपना खर्च चलाने के लिए पैसा परिवार के लोगों से लेता था। परिजनों द्वारा वेतन के बारे में पूछने पर बताता था कि वेतन तकनीकी मामले से फंसा हुआ है। मामला साफ होते ही उसे पूरा वेतन मिल जाएगा।

पूछताछ में पता चला कि पकड़ा गया युवक अपने साथ डीआरडीओ लिखा रजिस्टर भी रखता था। लोगों को बताता था कि वह सेना की गोपनीय डाक देने का काम करता है। सेना के लोगों से वह जान पहचान भी कर लेता था। इसी झांसे में आकर उसकी शादी भी तय हो गई थी, लेकिन, इससे पहले ही पकड़ा गया और एक परिवार उसकी धोखाधड़ी का शिकार होने से बच गया।